कोलकाता February 03, 2009
विश्व में पहली बार चाय की इलेक्ट्रॉनिक नीलामी भारत में होगी। कारोबार से जुडे लोग इसे लेकर शंका में हैं क्योंकि पूरी व्यवस्था में बदलाव कर दिया गया है, जो 1861 से चली आ रही थी।
कोलकाता में इसकी शुरुआत की भूमिका तैयार कर ली गई है और अगले कुछ सप्ताह में इस व्यवस्था को पेश किया जाएगा। हालांकि अप्रैल के पहले सप्ताह में जब नया सत्र शुरू होगा, तब तक के लिए इसमें छूट दी गई है। दक्षिण भारत में भी इसे एक महीने के भीतर पेश कर दिया जाएगा।
ई-नीलामी को सभी 6 केंद्रों- कोलकाता, सिलीगुड़ी, गुआहाटी, कुन्नूर, कोयबंटूर और कोचीन में लागू किया जाना है। एक बड़े खरीदार का कहना है कि उम्मीद करते हैं कि ई-नीलामी का निजी बिक्री पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, जिसके माध्यम से करीब आधी बिक्री होती है। इसमें विवाद इस बात को लेकर है कि प्रक्रिया में नाम गुप्त रखा जाना है।
इस उद्योग से जुड़े एक और प्रतिनिधि ने कहा कि अगर हम यह नही जानते कि खरीदारी करने वाला हमारा प्रतिस्पर्धी कौन है, तो हम बाजार के बारे में कैसे जान सकते हैं। दरअसल उद्योग जगत ई-नीलामी के लाभ और हानि को लेकर बंटा सा नजर आ रहा है।
टाटा टी की खरीदारी देखने वाली किरन देसाई ने कहा कि वर्तमान में कुछ भी कहना केवल भविष्यवाणी होगी। बहरहाल मैक्लियोड रसेल इंडिया के एमडी आदित्य खेतान का कहना है कि यह सही दिशा में उठाया गया कदम है। (BS Hindi)
03 फ़रवरी 2009
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