मुंबई February 17, 2009
मंदी के इस आलम में निवेशकों का भरोसा सोने पर बढ़ा है। माना जा रहा है कि सट्टेबाजी ने भी इसे रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। जानकारों का कहना है कि अभी इसमें और तेजी बाकी है और इसकी कीमतें नई ऊंचाइयों पर पहुंचेंगी।
घरेलू बाजार में सोना की चमक में निखार आने की एक और प्रमुख वजह डॉलर के मुकाबले रुपये का कमजोर होना भी माना जा रहा है। मंगलवार के कारोबार में रुपया 1 रुपये तक कमजोर हो गया था जो बाद में कुछ सुधर गया।
जानकारों का कहना है कि वैश्विक मंदी में फिलहाल कोई सुधार नहीं दिख रहा और इसको देखते हुए सोने में निवेश ज्यादा सुरक्षित माना जा रहा है। एमसीएक्स में अप्रैल के लिए सोना वायदा14748 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुला और कारोबार के दौरान 15285 रुपये प्रति 10 ग्राम चढ़ने के बाद 15256 रुपये पर बंद हुआ।
शेयर खान के प्रवीन सिंह कहते हैं कि मार्च तक सोना घरेलू बाजार में 16000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। सोने ने 30 फीसदी का रिटर्न दिया है वही सेंसेक्स में निवेश करने वालों को लगभग 49.50 फीसदी का घाटा हुआ है और प्रॉपर्टी के कीमतों में करीबन 25-30 फीसदी की गिरावट देखी गई है।
उमेशमल तिलोकचंद्र ज्वेलर्स के चेयरमैन कुमार जैन बताते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू बाजार में कुछ कमोडिटी एक्सचेंजों द्वारा सोने के दाम जानबूझ कर चढ़ाये जा रहे हैं। (BS Hindi)
18 फ़रवरी 2009
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