05 फ़रवरी 2009
चांदी आयात के लिए रिन्यू नहीं हुए बैंकों के लाइसेंस
मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) बैंकों को चांदी आयात करने के लिए लाइसेंस का रिन्युअल नहीं कर रहा है। ऐसे में सर्राफा कारोबारियों की मुश्किल बढ़ गई है। हर साल के अंत में आरबीआई एक सर्कुलर जारी करता है, जिसके जरिए बैंकों को सोने और चांदी के आयात के लिए लाइसेंस दिया जाता है। इस साल मामला कुछ और ही है। सोना आयात करने के लिए लाइसेंस आसानी से रिन्यू हो गए, लेकिन चांदी आयात के लिए लाइसेंस रिन्यू होने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। आरबीआई ने हालांकि इसकी कोई वजह नहीं बताई है कि वह क्यों चांदी आयात के लिए लाइसेंस रिन्यू नहीं कर रहा है। नोवा स्कोटिया, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा, पंजाब नेशनल बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के जरिए चांदी आयात की जाती है। इसके अलावा मिनरल्स एंड मेटल्स ट्रेडिंग कॉरपोरेशन (एमएमटीसी) और स्टेट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन (एसटीसी) जैसी नोडल एजेंसियों के जरिए भी चांदी का आयात किया जाता है। मुंबई बुलियन एसोसिएशन के प्रेसिडेंट सुरेश हंडिया कहते हैं, 'आरबीआई ने बैंकों से चांदी आयात के लिए एक अलग आवेदन दाखिल करने को कहा है। आरबीआई जल्द ही इन्हें मंजूरी दे देगा।' विदेशी बैंक से जुड़े हुए एक कारोबारी का कहना है कि चांदी आयात के लिए अब कस्टमर ऑफिसर को दरख्वास्त दी जानी है, जो आरबीआई से लाइसेंस के लिए कहेगा। चेन्नई के एक सर्राफा कारोबारी ने इस बारे में कहा, 'बैंक विदेशी सप्लायरों के यहां अपने मांगपत्र नहीं दे रहे हैं।' इस वजह से डीलरों के लिए गहने बनाने वालों को चांदी मुहैया कराने के बारे में कोई आश्वासन दे पाना मुश्किल हो रहा है। एक घरेलू बैंक से जुड़े कारोबारी के मुताबिक, 'हम स्थिति का आकलन कर रहे हैं।' चांदी कारोबारियों के लिए विकल्प काफी सीमित रह गए हैं। केवल एमएमटीसी और एसटीसी के जरिए चांदी आयात का रास्ता इस वक्त खुला है। (ET Hindi)
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