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09 फ़रवरी 2015

सस्ते डीजल, पेट्ोल का फायदा आम उपभोक्ताओं को नहीं, ज्यादातर एग्री जिंसों की फुटकर कीमतों में आई तेजी


आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार डीजल और प्रेट्ोल की कीमतों में आई गिरावट से आम उपभोक्ता को राहत मिलने का डिढ़ौंरा तो पीट रही है, लेकिन अगर आंकड़ों पर नजर डाले तो ज्यादातर एग्री जिंसों की फुटकर कीमतों में या तो इस दौरान तेजी आई है, या फिर भाव स्थिर ही बने रहे हैं। भारत सरकार के खाद्य मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला उपभोक्ता मामले मंत्रालय जोकि देषभर में एग्री जिंसों की कीमतों पर पैनी नजर रखता है, उसके द्वारा जारी दैनिक भाव ही इस बात को पुख्ता कर रहे हैं कि इस दौरान आम उपभोक्ता को एग्री जिंसों के उंचे भाव से कोई राहत नहीं मिली है।
देष की राजधानी दिल्ली में डीजल की कीमतें घटकर 46.01 रूपये प्रति लीटर के स्तर पर आ चुकी है तथा अक्टूबर के बाद से डीजल की कीमतों में छह बार में 12.96 रूपये प्रति लीटर की कटौती हो चुकी है। डीजल के दाम मार्च, 2013 के बाद सबसे निचले स्तर पर हैं। इसी तरह से पेट्ोल की कीमतों में अगस्त 2014 से अभी तक 17.11 रूपये प्रति लीटर की गिरावट आकर दिल्ली में भाव 56.49 रूपये प्रति लीटर पर आ गए हैं। डीजल और पेट्ोल की कीमतों में आई गिरावट का फायदा कार में सफर करने वाले उच्चवर्ग को तो मिला है लेकिन आम आदमी को एग्री जिंसों के उंचे भाव से राहत मिलने का अभी भी इंतजार है।
उपभोक्ता मामले मंत्रालय द्वारा जारी दैनिक एग्री जिंसों के भाव के अनुसार 25 नवंबर 2014 को दिल्ली में चना दाल के भाव 48 रूपये प्रति किलो थे जबकि 4 फरवरी 2015 को इसके दाम बढ़कर 56 रूपये प्रति किलो हो गए। इस दौरान अरहर दाल का भाव 80 रूपये से बढ़कर 85 रूपये प्रति किलो, उड़द दाल का 81 रूपये से बढ़कर 84 रूपये प्रति किलो, सरसों तेल का भाव 103 रूपये से बढ़कर 110 रूपये, सोया तेल का 83 रूपये से बढ़कर 88 रूपये, चीनी का दाम 36 रूपये से बढ़कर 38 रूपये और प्याज का दाम 30 रूपये से बढ़कर 31 रूपये प्रति किलो हो गया।
आम आदमी के लिए दैनिक उपभोग में आने वाले आटे की कीमत इस दौरान 21 रूपये से बढ़कर 22 रूपये प्रति किलो हो गई जबकि चावल की कीमत इस दौरान 30 रूपये और गेहूं की कीमत 19 रूपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर बनी हुई हैं। मूंगफली तेल की कीमत भी 145 रूपये लीटर के दाम स्थिर रही है। हॉ इस दौरान सरकारी फाइलों में जरूर महंगाई कम हुई है।.......आर एस राणा

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