कमोडिटी एक्सचेंज रेग्यूलेटर फॉरवर्ड मार्केट्स कमीशन (एफएमसी) एग्री कमोडिटी के वायदा कारोबार में अत्यधिक सट्टेबाजी पर अंकुश लगाने के लिए कुछ और कदम उठाने की योजना बना रहा है। कमोडिटी एक्सचेंजों में कारोबारियों के लिए अनुमन्य कांट्रेक्ट लॉट्स की संख्या में कटौती की जा सकती है।
एफएमसी सभी एग्री कमोडिटी के वायदा कारोबार की व्यापक समीक्षा भी करेगा। यह काम अगले कुछ सप्ताह में ही पूरा हो जाएगा।
एफएमसी के चेयरमैन रमेश अभिषेक ने एक इंटरव्यू में बताया कि निवेशकों के लिए कांट्रेक्ट लॉट्स की संख्या में कटौती उस एग्री कमोडिटी के उत्पादन के अनुरूप की जाएगी।
यह कदम उस कमोडिटी में अत्यधिक सट्टेबाजी पर रोक लगाने के लिए उठाया जाएगा। कोई भी निवेशक निर्धारित से ज्यादा कांट्रेक्ट लॉट्स की पोजीशन नहीं रख सकेगा। उन्होंने बताया कि कुछ एग्री कमोडिटी का उत्पादन कम हुआ है या फिर इसमें गिरावट आने की संभावना है। हम उत्पादन संभावना के अनुसार उस कमोडिटी के कांट्रेक्ट लॉट्स की संख्या तय करेंगे।
एफएमसी ने पिछले 28 मार्च को ग्वार सीड और ग्वार गम के मूल्य में कमी न आने पर इसके सभी अनुबंधों में वायदा कारोबार बंद कर दिया। अभिषेक ने एफएमसी कांट्रेक्ट लॉट्स की संख्या घटाने के अलावा एग्री कमोडिटी के वायदा कारोबार की व्यापक समीक्षा करने की भी मंशा जताई है। जिससे वायदा कारोबार का तालमेल हाजिर बाजार के व्यापार के साथ बन सके। (Business Bhaskar)
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