कृषि निर्यात
के सवाल पर बीच का रास्ता निकालने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सोमवार
को संबंधित मंत्रालयों के मंत्रियों के साथ बातचीत करेंगे। मुख्य रूप से
इस बैठक में कृषि मंत्री शरद पवार के आपत्तियों पर विचार होने की संभावना
है।
उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कॉटन के निर्यात पर लगी पाबंदी के बारे में आपत्ति की थी। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कॉटन निर्यात की पाबंदी पर मुखालफत की थी।
वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री दो बैठकों की अध्यक्षता करेंगे। एक बैठक में कृषि उत्पादों के बारे में चर्चा की जाएगी। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में पवार के अलावा वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी, खाद्य मंत्री के. वी. थॉमस और वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा भाग लेंगे।
कॉटन के निर्यात पर लगी पाबंदी पर पत्र लिखने वाले पवार ने पिछले दिनों पत्रकारों से बातचीत में बैठक की तो पुष्टि की लेकिन मंत्रियों के बीच मतभेद होने की बात पर इंकार किया। गौरतलब है कि पवार ने निर्यात के सवाल पर पत्र लिखकर कहा था कि सरकार की निर्यात नीति से किसानों के हितों को चोट पहुंच रही है।
उद्योग को राहत देने के लिए किसानों के हितों को तिलांजलि दी जा रही है। गौरतलब है कि कॉटन निर्यात के नए सौदों के पंजीयन पर पाबंदी होने से इसके घरेलू मूल्य में गिरावट आई है। (Business Bhaskar)
उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कॉटन के निर्यात पर लगी पाबंदी के बारे में आपत्ति की थी। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कॉटन निर्यात की पाबंदी पर मुखालफत की थी।
वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री दो बैठकों की अध्यक्षता करेंगे। एक बैठक में कृषि उत्पादों के बारे में चर्चा की जाएगी। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में पवार के अलावा वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी, खाद्य मंत्री के. वी. थॉमस और वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा भाग लेंगे।
कॉटन के निर्यात पर लगी पाबंदी पर पत्र लिखने वाले पवार ने पिछले दिनों पत्रकारों से बातचीत में बैठक की तो पुष्टि की लेकिन मंत्रियों के बीच मतभेद होने की बात पर इंकार किया। गौरतलब है कि पवार ने निर्यात के सवाल पर पत्र लिखकर कहा था कि सरकार की निर्यात नीति से किसानों के हितों को चोट पहुंच रही है।
उद्योग को राहत देने के लिए किसानों के हितों को तिलांजलि दी जा रही है। गौरतलब है कि कॉटन निर्यात के नए सौदों के पंजीयन पर पाबंदी होने से इसके घरेलू मूल्य में गिरावट आई है। (Business Bhaskar)
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