नए वित्त वर्ष 2011-12 के दौरान एपीडा के कृषि निर्यात में जोरदार बढ़ोतरी होने की संभावना है। 14 कृषि वस्तुओं के निर्यात को बढ़ावा देने वाली और निगरानी करने वाली एजेंसी एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (एपीडा) का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में कृषि वस्तुओं का निर्यात 38 फीसदी बढ़कर 60,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।
एपीडा के अनुसार फल व सब्जियां, बासमती चावल और प्रोसेस्ड फूड के निर्यात में भारी बढ़त होने की वजह से कुल निर्यात में उछाल आएगा। 31 मार्च को समाप्त हुए वित्त वर्ष 2010-11 के दौरान भारत से 43,626.88 करोड़ रुपये का निर्यात होने का अनुमान है। एपीडा के डायरेक्टर एस. दवे ने कहा कि हमें एग्री प्रोडक्ट का निर्यात बढ़कर 60 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। (Business Bhaskar)
उन्होंने बताया कि फल व सब्जियों के अलावा बासमती चावल और प्रोसेस्ड फूड का निर्यात काफी अच्छा है। एपीडा फल-सब्जियां, फूल, मीट व मीट प्रोडक्ट, प्रोसेस्ड फूड, अनाज, अनाज उत्पाद, हर्बल, औषधीय जड़ी-बूटियां और ग्वार गम समेत 14 कृषि वस्तुओं की निगरानी करता है।
दवे के अनुसार सभी कृषि वस्तुओं का निर्यात चालू वित्त वर्ष में 41 फीसदी बढऩे की संभावना है। इसका निर्यात पिछले वित्त वर्ष के 85,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। कृषि वस्तुओं के कुल वैश्विक निर्यात में भारत की हिस्सेदारी 1.4 फीसदी है जबकि भारत का आयात 1.2 फीसदी है। कृषि वस्तुओं के वैश्विक कारोबार में यूरोपीय संघ, अमेरिका, ब्राजील, कनाडा और चीन की हिस्सेदारी ज्यादा है।
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