गेहूं की फसल खेतों में बिछने से कटाई में भी हो सकती है देरी
विशेषज्ञ की राय
बारिश और आंधी से तैयार खड़ी गेहूं की फसल की क्वालिटी प्रभावित होने की आशंका है। पंजाब और हरियाणा में गेहूं की फसल की कटाई चल रही है इससे इन राज्यों में कटाई में भी विलंब हो सकता है। - डॉ. इंदू शर्मा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, गेहूं अनुसंधान निदेशालय, करनाल
बारिश कहां हुई
पटियाला, लुधियाना, भिवानी, रोहतक, पलवल, सोनीपत, मेरठ, बागपत, बड़ौत, अलवर
पिछले दो दिनों से हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों में बारिश और आंधी ने गेहूं किसानों की चिंता बढ़ा दी है। बारिश के साथ तेज हवा चलने से तैयार खड़ी गेहूं की फसल की कटाई में देरी होने की आशंका है। कई जगह थ्रेशिंग के लिए कटी हुई फसल भी भीग गई। इससे गेहूं की क्वालिटी प्रभावित होने की आशंका बन गई है।
गेहूं अनुसंधान निदेशालय की प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. इंदू शर्मा ने बताया कि बारिश और आंधी से तैयार खड़ी गेहूं की फसल की क्वालिटी प्रभावित होने की आशंका है। पंजाब और हरियाणा में गेहूं की फसल की कटाई चल रही है इससे इन राज्यों में कटाई में भी विलंब हो सकता है।
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में उत्तर भारत के हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में तेज हवा चलने की चेतावनी दी है। हालांकि उन्होंने कहा कि इससे गेहूं के उत्पादन में तो कमी नहीं आएगी, लेकिन दानों में नमी की मात्रा बढऩे से भंडारण में जरूर परेशानी आएगी।
पिछले दो दिनों में पंजाब के पटियाला और लुधियाना, हरियाणा के भिवानी, रोहतक, पलवल और सोनीपत, उत्तर प्रदेश के मेरठ, बागपत और बड़ौत तथा राजस्थान के अलवर जिलों में बारिश के साथ आंधी चलने से गेहूं की तैयार खड़ी फसलें खेतों में बिछ गई है। साथ ही कटी हुई फसलों की थ्रेशिंग में भी देरी होगी। रोहतक जिले के किसान गजे सिंह ने बताया कि बारिश के साथ तेज हवा चलने से गेहूं की पकी फसल लेट गई है। इससे फसल कटाई में तो परेशानी आएगी ही, साथ ही गेहूं के दानों का रंग भी काला पड़ सकता है।
किसानों से सीधे खरीद में पंजाब का कानून बना रोड़ा
नई दिल्ली किसानों से सीधे गेहूं की खरीद करके भुगतान करने की केंद्र सरकार की योजना में पंजाब के कानून ने ही अड़ंगा लगा दिया है। पंजाब के मंडी बोर्ड अधिनियम में सीधे खरीद का प्रावधान न होने के कारण खरीद में सबसे ज्यादा योगदान देने वाले राज्य पंजाब से सरकारी एजेंसियां चालू विपणन सीजन में गेहूं की खरीद आढ़तियों के माध्यम से ही करने को विवश है। चालू विपणन सीजन के लिए खाद्य मंत्रालय ने सीधे किसानों से गेहूं की खरीद करके उन्हें एकाउंट पेई चैक के माध्यम से भुगतान करने की योजना बनाई है।
भारतीय खाद्य निगम पंजाब रीजन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पंजाब के मंडी बोर्ड अधिनियम में किसानों से गेहूं की सीधी खरीद का प्रावधान नहीं है। इसीलिए इस मुद्दे को कानून मंत्रालय के पास भेजा गया है। चालू विपणन सीजन 2012-13 में गेहूं की खरीद आढ़तियों के माध्यम से शुरू कर दी है। अभी तक मंडियों से 1,500 टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। आढ़तियों के माध्यम से गेहूं की खरीद करने के लिए उन्हें 2.5 फीसदी कमीशन दिया जाता है।(Business Bhaskar.....R S Rana)
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