ऐसे समय में जब देश के सबसे बड़े दूध ब्रांड अमूल ने दूध की खुदरा कीमत में बढ़ोतरी का संकेत दिया है, वहीं उत्तरी और दक्षिणी भारत की डेयरी कंपनियों ने निकट भविष्य में कीमत बढ़ोतरी की संभावना से इनकार किया है। अमूल ने हाल ही में थैली वाले दूध की कीमतें 5-7 फीसदी या करीब 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने का इरादा जताया है। वहीं, अन्य प्रमुख दूध उत्पादक जैसे मदर डेयरी, पारस और हटसन फिलहाल थैली वाले दूध की कीमतें बढ़ाने के मूड़ में नहीं दिख रही हैं।
भारत की तीन प्रमुख दूध उत्पादकों में से एक पारस डेयरी के प्रबंध निदेशक राजेंद्र सिंह ने कहा, 'फिलहाल दूध की कीमतें बढ़ाने का कोई कारण नहीं है। बाजार में दूध की प्रचुर उपलब्धता है और देश के अन्य हिस्सों में किसानों को दूध की अच्छी कीमत मिल रही है। हालांकि अमूल सबसे ऊंचे भाव पर दूध खरीदती है जिसके कारण अन्य डेयरियों को भी खरीद कीमत बढ़ानी पड़ती है। लेकिन यह वर्ष दूध उत्पादन के लिहाज से अच्छा रहने की संभावना है, इसलिए कम से कम अगले दो महीने या जून से पहले कीमतों में बढ़ोतरी की कोई जरूरत नहीं है।'
फिलहाल मदर डेयरी दिल्ली में फुल क्रीम दूध की बिक्री 37 रुपये प्रति लीटर पर करती है, जबकि टोंड और डबल टोंड दूध की कीमत क्रमश: 29 रुपये और 25 रुपये प्रति लीटर है। दूसरी ओर, अमूल दिल्ली में दो प्रकार के दूध की बिक्री करती है, जिनके नाम अमूल गोल्ड (फुल क्रीम) और अमूल ताजा (टोंड) दूध हैं, जिनकी कीमत क्रमश: 38 रुपये प्रति लीटर और 29 रुपये प्रति लीटर है। निजी कंपनी पारस डेयरी कीमतों को मदर डेयरी के समान ही रखे हुए है। लेकिन दिल्ली बाजार में यह फुल क्रीम दूध 1 रुपये प्रति लीटर सस्ता बेचती है। पारस उत्तरी भारत के बाजारों जैसे दिल्ली एनसीआर और उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रोजाना करीब 4,00,000 लीटर थैलीबंद दूध की बिक्री करती है।
जानकारों का कहना है कि खरीद कीमत, पैकेजिंग की लागत, ईंधन एवं बिजली की लागत और लॉजिस्टिक लागत आदि से थैलीबंद दूध की खुदरा कीमतें प्रभावित होती हैं। वर्ष 2012-13 के बजट में उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी की घोषणा से डेयरियों की इनपुट लागत प्रभावित हुई है। पैकेजिंग लागत में भी मामूली बढ़ोतरी हुई है। दक्षिण भारत के बाजार में ब्रांडेड दूध बेचने वाली चेन्नई स्थित हटसन एग्रो प्रॉडक्ट लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक आरजी चंद्रमोगन ने कहा, 'हम दूध की कीमतें नहीं बढ़ा रहे हैं। पैकेजिंग लागत में मामूली बढ़ोतरी हुई है, लेकिन इसे समायोजित कर लेंगे।' दूध की कीमतें बढ़ाने के संबंध में मदर डेयरी को भेजे गए ई-मेल का जवाब नहीं मिला। हालांकि उद्योग के सूत्रों ने कहा कि मदर डेयरी के इस समय दूध की कीमतें नहीं बढ़ाने की संभावना है।
राजस्थान के धौलपुर में दूध प्रसंस्करण संयंत्र चलाने वाले औद्योगिक सूत्र ने कहा, 'सहकारी डेयरियां, विशेष रूप से गुजरात में दूध खरीद के लिए ज्यादा कीमत देती हैं। लेकिन यह रुझान दूसरे राज्यों में दिखाई नहीं देता, मदर डेयरी के खरीद परिचालन वाले राज्यों में भी।' (BS Hindi)
05 अप्रैल 2012
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