आर.एस. राणा
यूपी में गेहूं सबसे सस्ते भाव त्र1,060-1,100 प्रति क्विंटल पर बिक रहा
बेचारा किसान
जल्दी और आसानी से अपनी फसल बेचने की मजबूरी में किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। सरकार ने चालू सीजन के लिए गेहूं का उचित मूल्य यानि एमएसपी 1,295 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। खराब मौसम के कारण भी जल्दबाजी में किसान कम भाव पर गेहूं बेचने को विवश हैं।
गेहूं खरीद के संबंध में सरकार के तमाम दावों के बावजूद दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा की मंडियों में गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम भाव पर बिक रहा है। गेहूं उत्तर प्रदेश की मंडियों में 1,060-1,100 रुपये, दिल्ली की नरेला मंडी में 1,194-1,250 रुपये, राजस्थान में 1,140-1,150 रुपये और हरियाणा में 1,160-1,200 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रहा है। जबकि चालू विपणन सीजन 2012-13 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का एमएसपी 1,295 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
कृषि उपज विपणन समिति नरेला के सचिव पी. एस. यादव ने बताया कि मंडी में गेहूं की दैनिक आवक 9,000 से 10,000 क्विंटल की हो रही है। बोली के माध्यम से मंडी में गेहूं 1,194 से 1,250 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिक रहा है। एफसीआई द्वारा गेहूं की नाम मात्र की खरीद की जा रही है। ज्यादातर गेहूं व्यापारियों द्वारा ही खरीदा जा रहा है। खराब मौसम के कारण जल्दबाजी में किसान कम भाव पर गेहूं बेचने को विवश हैं।
उत्तर प्रदेश की हरदोई मंडी समिति के अधिकारी शिवराज सिंह ने बताया कि हरदोई मंडी में दैनिक आवक 6,000 से 7,000 क्विंटल के आसपास है। मंडी में गेहूं 1,050 से 1,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर बिक रहा है। उन्होंने कहा कि गेहूं की सरकारी खरीद भी चल रही है लेकिन सरकारी खरीद केंद्रों के बजाय किसान मंडी में बोली के माध्यम से ज्यादा गेहूं बेच रहे हैं। सरकारी खरीद केंद्रों पर किसानों से जमीन के कागजात देखकर खरीद की जा रही है, साथ ही भुगतान में भी देरी हो रही है। इस वजह से किसान कम भाव पर ही गेहूं बेच रहे हैं।
जयपुर में अलवर व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया कि मंडी में गेहूं 1,140 से 1,150 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिक रहा है जबकि दैनिक आवक 4,000 से 5,000 क्विंटल की हो रही है। हरियाणा की पलवल मंडी में बुधवार को 1,160 से 1,200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं बिका। हालांकि हरियाणा मार्केट बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य की सभी मंडियों में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की सीमा से लगती कुछ मंडियों में उत्तर प्रदेश का गेहूं आया है जिसकी वजह से एक-दो मंडियों में खरीद प्रभावित हुई।
चालू रबी विपणन सीजन के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं की खरीद का लक्ष्य 318 लाख टन तय किया है। जिसमें से १८ अप्रैल तक ४५.८७ लाख टन की खरीद हो चुकी है। पिछले साल 283.34 लाख टन गेहूं की खरीद की गई थी। कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2011-12 में गेहूं का उत्पादन बढ़कर 883.1 लाख टन होने का अनुमान है जो पिछले साल के 868.7 लाख टन से ज्यादा है। (Business Bhaskar....R S Rana)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें