वाणिज्य मंत्रालय
ने अगले दो माह के लिए प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) घटाने का
प्रस्ताव रखा है, ताकि किसानों को उनकी फसल का अच्छा रिटर्न मिल सके। इस
समय मंडियों में प्याज का मूल्य घटकर काफी कम रह गया है। अधिकार प्राप्त
मंत्रिसमूह (ईजीओएम) की अगल बैठक में इस प्रस्ताव पर विचार होने की संभावना
है।
ईजोओएम को चीनी निर्यात और दूसरे खाद्य मामलों पर बुधवार को चर्चा करनी थी लेकिन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की दूसरी व्यस्तताओं के चलते यह बैठक स्थगित कर दी गई। खाद्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्याज पर एमईपी हटाने के वाणिज्य मंत्रालय के प्रस्ताव पर ईजीओएम की अगली बैठक में चर्चा होने की संभावना है इस समय प्याज के लिए 125 डॉलर प्रति टन एमईपी निर्धारित है।
वाणिज्य मंत्रालय के प्रस्ताव में कहा गया है कि एमईपी हटने से प्याज के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा और इससे किसानों को अच्छा मूल्य मिल सकेगा। महानगरों में इस समय प्याज का फुटकर मूल्य 10-15 रुपये प्रति किलो के आसपास चल रहा है। वाणिज्य मंत्रालय के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अगर यह प्रस्ताव स्वीकार किया जाता है तो एमईपी मई-जून या जून-जुलाई के लिए हट सकता है।
सरकार ने फरवरी 2012 में एमईपी 25 डॉलर घटाकर 125 डॉलर प्रति टन तय किया था। इससे पहले जनवरी में एमईपी 250 डॉलर से घटाकर 150 डॉलर प्रति टन तय किया गया था। सरकार ने प्याज के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया। प्याज के प्रमुख उत्पादक राज्य महाराष्ट्र के किसान संगठन भी प्याज पर लगा एमईपी हटाने की मांग करते रहे हैं। (Business Bhaskar)
ईजोओएम को चीनी निर्यात और दूसरे खाद्य मामलों पर बुधवार को चर्चा करनी थी लेकिन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की दूसरी व्यस्तताओं के चलते यह बैठक स्थगित कर दी गई। खाद्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्याज पर एमईपी हटाने के वाणिज्य मंत्रालय के प्रस्ताव पर ईजीओएम की अगली बैठक में चर्चा होने की संभावना है इस समय प्याज के लिए 125 डॉलर प्रति टन एमईपी निर्धारित है।
वाणिज्य मंत्रालय के प्रस्ताव में कहा गया है कि एमईपी हटने से प्याज के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा और इससे किसानों को अच्छा मूल्य मिल सकेगा। महानगरों में इस समय प्याज का फुटकर मूल्य 10-15 रुपये प्रति किलो के आसपास चल रहा है। वाणिज्य मंत्रालय के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अगर यह प्रस्ताव स्वीकार किया जाता है तो एमईपी मई-जून या जून-जुलाई के लिए हट सकता है।
सरकार ने फरवरी 2012 में एमईपी 25 डॉलर घटाकर 125 डॉलर प्रति टन तय किया था। इससे पहले जनवरी में एमईपी 250 डॉलर से घटाकर 150 डॉलर प्रति टन तय किया गया था। सरकार ने प्याज के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया। प्याज के प्रमुख उत्पादक राज्य महाराष्ट्र के किसान संगठन भी प्याज पर लगा एमईपी हटाने की मांग करते रहे हैं। (Business Bhaskar)
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