नई दिल्ली वायदा बाजार में जिंसों पर नजर रखने के लिए सरकार दो समितियों का गठन करेगी। वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) के सदस्यों की अध्यक्षता में इन समितियों का गठन किया जाएगा। एक समिति वायदा बाजार में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव की निगरानी करेगी, जबकि दूसरी समिति का काम नॉन एग्री जिंसों पर नजर रखना होगा।
उपभोक्ता मामला मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खाद्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रो. के वी थॉमस ने एफएमसी के चेयरमैन रमेश अभिषेक और उपभोक्ता मामला मंत्रालय के सचिव राजीव अग्रवाल के साथ शुक्रवार को दिल्ली में बैठक की। बैठक में वायदा बाजार में जिंसों की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर नजर रखने के लिए दो समितियों का गठन करने पर सहमति बनी।
उन्होंने बताया कि जल्द ही इन समितियों का गठन किया जाएगा तथा गठन के तीन सप्ताह बाद समितियों को अपनी रिपोर्ट खाद्य मंत्री को देनी होगी। इन समितियों में एफएमसी के सदस्यों के अलावा किसानों के प्रतिनिधि, ब्रोकर, हेजिंग कारोबारी और एक्सचेंजों के प्रतिनिधियों को भी सदस्य बनाया जाएगा। चना, सोया और सरसों की कीमतों में आई तेजी रोकने के लिए एफएमसी पिछले पंद्रह दिनों में तीन बार अतिरिक्त मार्जिन लगा चुका है।
साथ ही उसने कारोबारियों की पोजिशन लिमिट में कटौती भी की है, लेकिन इनके दाम फिर भी तेज ही बने हुए है। चालू महीने में वायदा बाजार में चने की कीमतों में 4 फीसदी, सरसों के दामों में 2.2 फीसदी और सोया तेल की कीमतों में 3 फीसदी की तेजी आई है। हालांकि, तेजी का प्रमुख कारण चना एवं सरसों के उत्पादन में कमी और डॉलर के मजबूत होने से आयात पड़ता महंगा होना भी है। (Buseinss Bhaskar....R S Rana)
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