14 फ़रवरी 2009
भारतीय सोयामील के निर्यात में बढ़ोतरी की संभावना
एशियाई बाजारों में आने वाले दिनों में भारतीय सोयामील की मांग में बढ़ोतरी हो सकती है। इसमें सबसे ज्यादा मांग चीन से निकलने की संभावना जताई जा रही है। गौरतलब है कि जनवरी महीने के दौरान भारत से सोयामील के निर्यात में गिरावट आई थी। इस दौरान भारत से एक साल पहले की इसी अवधि के मुकाबले करीब पौने दो लाख टन कम सोयामील का निर्यात हुआ था। चालू वर्ष के जनवरी महीने में भारत से 5,55,734 टन सोयामील का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल जनवरी में 7,24,526 टन का निर्यात हुआ था। लेकिन जानकारों का अब मानना है कि आने वाले दिनों में भारतीय सोयामील की मांग में बढ़ोतरी हो सकती है।दरअसल चीन में ल्यूनर न्यू ईयर की छुट्टिया समाप्त हो गई हैं। वहीं चीन में कई उत्पादक इलाकों में सूखे की वजह से सोयाबीन और मील के उत्पादन में कमी आने की भी आश्ांका है। दक्षिण अमेरिकी सरकार मौजूदा समय में चीन को निर्यात करने में रुचि नहीं दिखा रही है। ऐसे में माना यह जा रहा है कि आगामी दिनों में चीन की भारतीय सोयामील में मांग बढ़ सकती है। चीन दुनिया का सबसे बड़ा सोयाबीन का आयातक देश है। फरवरी के दौरान यहां करीब तीस लाख टन सोयाबीन आयात होने की संभावना जताई जा रही है। पिछले साल इस अवधि के दौरान यहां करीब 20.2 लाख टन सोयाबीन का आयात हुआ था। जानकारों का मानना है कि मौजूदा समय में चीन के आयातकों को सोयाबीन और सोयामील में बेहतर मुनाफा मिल सकता है। ऐसे में मार्च के दौरान चीन में लगभग 35 लाख टन सोयाबीन और सोयामील का आयात होने की संभावना है। दरअसल दक्षिणी अमेरिका में जारी सूखे की वजह से वैव्श्रिक बाजारों में सोयाबीन की कमी पैदा होने लगी है। (Business Bhaskar)
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