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05 फ़रवरी 2009

वैश्विक अनाज उत्पादन 5.65 फीसदी बढ़ा: आईजीसी

मुंबई February 05, 2009
अंतरराष्ट्रीय अनाज परिषद के अनुसार (आईजीसी), दक्षिणी गोलार्ध्द की फसलों के खराब मौसम की गंभीर समस्याओं के बावजूद साल 2008 में वैश्विक अनाज उत्पादन में 5.65 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
उत्तरी गोलार्ध्द, खास तौर से चीन में अनुमान से अधिक अनाज का उत्पादन हुआ। साल 2008 में कुल 15,880 लाख टन खाद्यान्न के उत्पादन का अनुमान किया गया था जो साल 2007 के 18,890 लाख टन से 1,010 टन अधिक था।
विश्व में अनाज का पिछला भंडार भी 310 लाख टन बढ़ कर 3,380 लाख टन हो गया। पिछले दो सालों के बाद इसमें महत्वपूर्ण सुधार देखा गया। पिछले साल 2,280 लाख टन अनाज के कारोबार की भविष्यवाणी की गई जो पिछले साल के मुकाबले 100 लाख टन कम है।
नवंबर के बाद की गई भविष्यवाणी में 20 लाख टन की कटौती की गई है जिससे वैश्विक आर्थिक और वित्तीय परेशानियां साफ झलकती हैं। कुल मिला कर गेहूं के उत्पादन में 780 लाख टन की बढ़ोतरी हुई और यह रिकॉर्ड 6,870 लाख टन रहा।
आईजीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तरी गोलार्ध्द के उत्पादक क्षेत्रों में अनुमान से बेहतर कटाई हुई लेकिन सूखे के कारण अजर्ेंटीना में उत्पादन कम हो गया और कटाई के समय हुई बारिश से ऑस्टेलिया की फसल की गुणवत्ता प्रभावित हुई।
मक्के के उत्पादन अनुमानों में मामूली 10 लाख टन की बढ़ोतरी कर इसे 7,880 लाख टन कर दिया गया था। उष्ण और शुष्क मौसम के कारण अर्जेंटीना और ब्राजील में उत्पादन अपेक्षाकृत कम होगा। भविष्यवाणी की गई है कि अनाज की कुल खपत में 140 लाख टन की कमी आएगी और यह 17,310 लाख टन रहेगा। इससे अमेरिका में एथेनॉल विनिर्माण में मंदी और वैश्विक आर्थिक संकट का जानवरों के चारे पर हुआ प्रभाव स्पष्ट दिखता है।
गेहूं की खपत में बढ़ोतरी की भविष्यवाणी की गई है और अनुमान किया गया है कि यह पिछले साल के 6,150 लाख टन से बढ़ कर 6,480 लाख टन हो जाएगा। हालांकि, चारे की खपत के अनुमानों में कटौती की गई है।
अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के भंडार में वृध्दि के साथ पांच प्रमुख निर्यातकों के भंडार साल 2008-09 में 200 लाख टन से बढ़ कर 480 लाख होने का अनुमान किया गया है। गेहूं का कारोबार 80 लाख टन बढ़ कर 1,180 लाख टन होने की भविष्यवाणी की गई है।
पूर्वी एशिया के निकटवर्ती क्षेत्रों की मांग मजबूत है क्योंकि यहां फसल अच्छी नहीं हुई जबकि पूर्वी एशिया के दूरवर्ती क्षेत्रों के चारा आयातक मक्का और अन्य खर्चीले चारे की जगह गेहूं को तरजीह दे रहे हैं। फसल खराब होने से अर्जेंटीना का निर्यात घट सकता है लेकिन यूरोपीयन यूनियन की लदाई साल 2007-08 के मुकाबले बड़ी होगी।
आईजीसी रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस और यूक्रेन के रिकॉर्ड परिमाण की लदाई करने के अनुमान हैं। मक्के की वैश्विक खपत के अनुमान को 110 लाख टन घटा कर 7,790 लाख टन कर दिया गया है जिसकी प्रमुख वजह अमेरिका के एथेनॉल विनिर्माण में आई मंदी है।
गेहूं की प्रतिस्पर्धा की वजह से कई देशों में चारे के रूप में इसके प्रयोग में कमी आई है। इसके भंडार के बढ़ने की भविष्यवाणी की गई है। अमेरिका में तीन वर्षों में सबसे अधिक 460 लाख टन के भंडार का अनुमान किया गया है। मक्के के वैश्विक भंडार में साल 2007-08 के अंत में 90 लाख टन की बढ़ोतरी हुई और यह 1,390 लाख टन हो गया।
अमेरिकी निर्यात (सितंबर से अगस्त) के बारे में भविष्यवाणी की गई है कि यह छह वर्षों में सबसे कम 450 लाख टन होगा जो साल 2007-08 की तुलना में 170 लाख टन कम है। कम कीमतें और लागत मूल्य बढ़ने से साल 2009 में प्रमुख गेहूं उत्पादक देशों में गेहूं की खेती प्रभावित हो रही है। गेहूं के वैश्विक रकबे में एक प्रतिशत की कमी आने के आसार हैं। (BS Hindi)

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