06 जनवरी 2009
आवक घटने से बढ़ने लगे ग्वार के भाव
घरेलू हाजिर बाजारों में ग्वार की आवक में आई कमी से ग्वार सीड और गम की कीमतों में बढ़त शुरू हो गई है। पिछले महीने के दौरान वायदा और हाजिर बाजारों में दोनों की कीमतों में करीब 13-18 फीसदी की गिरावट देखी गई थी। लेकिन चालू महीने के महज पिछले तीन दिनों के दौरान ग्वार गम की कीमतों में 250 रुपये प्रति `िंटल तक की बढ़त हो चुकी है।सोमवार को जोधपुर में ग्वार गम 3500 रुपये `िंटल बिका। जो पिछले साल 27 दिसंबर को 3285 रुपये `िंटल के न्यूनतम स्तर पर बिका था। इस क्रम में हाजिर में ग्वार सीड का भाव भी बढ़ा है। पिछले महीने के अंतिम कारोबारी दिवस को बीकानेर में ग्वार सीड का भाव 1410 रुपये `िंटल था। उसके बाद ग्वार सीड की कीमतों में करीब 110 रुपये `िंटल की बढ़त हो चुकी हैं। सोमवार को हाजिर में ग्वार सीड 1525 रुपये `िंटल बिका। यही स्थिति वायदा बाजार में भी है। पिछले साल 16 दिसंबर को एनसीडीईएक्स में ग्वार सीड 1407 रुपये `िंटल के न्यूनतम स्तर पर बिका था। लेकिन महज सप्ताह भर के कारोबार के दौरान इसमें करीब 110 रुपये की बढ़त हो चुकी है। सोमवार को एनसीडीईएक्स ग्वार सीड जनवरी वायदा 1518 रुपये प्रति `िंटल पर बंद हुआ। अखिल भारतीय ग्वार गम उत्पादक संघ के अध्यक्ष जीवन गांधी ने बताया कि यूरोप और अमेरिका से खरीद पूछ परख शुरू होने से कीमतों में तेजी आई है।इस समय किसानों के पास स्टॉक कम रह गया है। रोजाना आवक का स्तर घटकर 20-25 हजार बोरी रह गई है। उत्पादन में भी गिरावट की आशंका है। पिछले महीनों के दौरान कारोबारी लगातर बिकवाली पर जोर दे रहे थे। निचले स्तरों पर लिवाली शुरू कर दी है। बढ़त के पीछे निर्यात मांग निकलने की संभावना को भी जिम्मेदार माना जा रहा है। वैव्श्रिक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त की वजह से हाजिर बाजारों में ग्वार गम का निर्यात मांग बढ़ने को लेकर सट्टेबाजी शुरू हो गई है। ग्वार गम मुख्य रुप से क्रूड के एक्सप्लोरसन और पेट्रोलियम रिफयनिंग में प्रयोग होता है। पिछले महीने में वैव्श्रिक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट से ग्वार गम नर्यात मांग में कमी आई थी। लेकिन ओपेक द्वारा एक जनवरी से क्रूड के उत्पादन में करीब 22 लाख बैरल प्रति दिन कटौती और गाजा-इजरायल तनाव से इसमें बढ़त हुई है। पिछले महज एक सप्ताह के दौरान न्यूयार्क मर्केटाइल एक्सचेंज में कच्चा तेल करीब 23 फीसदी की बढ़त के साथ 46 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर कारोबार किया है। (Business Bhaskar)
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