गुंटूर January 27, 2009
कर्नाटक में तंबाकू के बेहतर कारोबार से किसानों के चेहरों पर खुशियां लौट आई हैं।
इस साल वर्जीनिया किस्म के तंबाकू की औसत कीमत 109.80 रुपये प्रति किलो रही हैं, जबकि पिछले साल इसकी कीमत पूरे मौसम में 59.25 प्रतिशत रही थी। कर्नाटक में तम्बाकू की 98 दिनों की बोली के दौरान किसानों ने 831.5 लाख किलोग्राम तंबाकू की बिक्री की। इतना कारोबार निर्यात किए जाने वाले वर्जीनिया किस्म के तंबाकू का रहा। इस मौसम में किसानों ने 1037.6 लाख किलोग्राम तंबाकू का उत्पादन किया, जबकि कुल अधिकृत फसल 965.2 लाख किलोग्राम का ही है। तंबाकू बोर्ड के चेयरमैन जे सुरेश राजू ने कहा कि कर्नाटक के किसानों को इस साल बेहतर मुनाफा मिल रहा है। इस साल की तुलना में पिछले साल कम कीमतें मिली थीं। औसतन प्रतिदिन 12-15 पैसे प्रति किलो के हिसाब से इस साल बोली में बढ़ोतरी हुई।पिछले साल तंबाकू की सर्वाधिक कीमत 70 रुपये प्रति किलो रही थी, जबकि इस साल तंबाकू की अधिकतम कीमत शानदार रूप से 155.60 रुपये प्रति किलोग्राम रही। इस साल ब्राइट ग्रेड तंबाकू का किसानों ने 266.9 लाख किलोग्राम पैदावार की, जो कुल फसल का 32.10 प्रतिशत था। मीडियम ग्रेड तंबाकू का उत्पादन 382.5 लाख किलोग्राम रहा, जो कुल फसल का 46 प्रतिशत और लो ग्रेड के तंबाकू का 219.0 लाख किलोग्राम रहा। ब्राइट ग्रेड तंबाकू की कीमतें 126.71 रुपये प्रति किलो (पिछले साल 67.30 रुपये प्रति किलो) बिकी, जबकि मीडियम ग्रेड तंबाकू 113.46 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिका। लो ग्रेड तंबाकू 77.30 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिका, जबकि पिछले साल इसकी कीमत 44.81 रुपये प्रति किलो ही रही थी।हुंसुर-2 के किसान, जिन्होंने 94.5 लाख किलोग्राम फसल उगाई है और 63 लाख किलोग्राम फसल की बिक्री की है उन्हें सबसे ज्यादा कमाई हुई है। उन्हें अधिकतम औसत मूल्य मिला है, जो 113.39 रुपये प्रति किलो है। हुंसुर-1 के किसान दूसरे स्थान पर रहे जिन्हें 112.49 रुपये प्रति किलो के औसत से कीमत मिली। उन्होंने 90 लाख किलोग्राम तंबाकू की बिक्री की। उन्होंने 105.7 लाख किलोग्राम तंबाकूका उत्पादन किया था। (BS Hindi)
28 जनवरी 2009
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