23 जनवरी 2009
फरवरी के बाद नहीं चल पाएंगी पंजाब की चीनी मिलें
पंजाब में गन्ने के कम उत्पादन के चलते राज्य में चीनी का उत्पादन इस वर्ष पिछले वर्ष के मुकाबले लगभग आधा रहने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार राज्य में गन्ने के उत्पादन में भारी कमी के चलते इस वर्ष सभी सहकारी और निजी मिलों में पिराई 15 फरवरी तक बंद हो जाएगी। पिछले वर्ष राज्य की चीनी मिलों में 15 अप्रैल तक गन्ने की पिराई की गई थी। राज्य में इस वर्ष कुल 95 हÊार हैक्टेयर एरिया में गन्ने की बुवाई हुई। जबकि वर्ष 2007-08 में 1.40 लाख हैक्टेयर रकबे पर गन्ने की फसल पैदा हुई थी। राज्य गन्ना कमिश्नर के कार्यालय के अनुसार राज्य में इस वर्ष कुल 386 लाख क्विंटल गन्ना पिराई के लिए उपलब्ध होने का अनुमान है। गन्ना कमिशनर डा. एस. एस. संधू ने इस वर्ष चीनी मिलों को 35 प्रतिशत कम गन्ना मिल पाएगा। दूसरी ओर शुगरफेड के अनुसार राज्य में 9 चालू सहकारी चीनी मिलांे में से फाÊिाल्का, नकोदर, अजनाला और बुbेवाला की चार मिलों में गन्ना पिराई का काम समाप्त हो चुका है। राज्य में इस वर्ष गन्ने का कम उत्पादन होने से 7 में से सिर्फ 6 निजी मिलों मंे ही पिराई का काम किया जा रहा है। सहकारी मिलों में इस वर्ष कुल 90 से 95 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई होगी जबकि पिछले वर्ष इन मिलों में कुल 205 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की गई थी। सहकारी मिलों में पिछले वर्ष 19 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया था, वहीं इस वर्ष यह उत्पादन कम होकर सिर्फ 9 लाख क्विंटल तक ही पहुंच पाने की संभावना है। राज्य में वर्ष 2007-08 में कुल 53 लाख क्विंटल से अधिक चीनी का उत्पादन हुआ था। इस वर्ष सहकारी और निजी चीनी मिलों में कुल 193 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 17 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन अब तक हो सका है।पंजाब के अलावा हरियाणा और उत्तर प्रदेश में गन्ने के बुवाई क्षेत्रफल में कमी आई है साथ ही इन राज्यों में गन्ने में रिकवरी भी पिछले साल से कम आ रही है। हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बुवाई क्षेत्रफल में कमी आने से इन राज्यों की चीनी मिलें में भी गन्ने की आवक फरवरी महीने तक ही होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। हाल ही में कृषि मंत्री शरद पवार ने भी माना है कि चालू वर्ष में देश में चीनी का उत्पादन घटकर 180 लाख टन रह सकता है। ऐसे में चालू वर्ष में देश में चीनी की कीमतोंे में तेजी का रुख कायम रह सकता है। पिछले डेढ़-दो महीने से घरलू बाजारों में चीनी की कीमतों में तेजी का रुख देखा जा रहा है। दिल्ली बाजार में ही पिछले एक महीने में चीनी की कीमतों में करीब 150 से 200 रुपये प्रति `िंटल की तेजी आ चुकी है। (Business Bhaskar)
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