कोच्चि January 28, 2009
घरेलू मांग बढ़ने और कमी की वजह से स्थानीय जायफल और जावित्री बाजार में काफी उत्साह की स्थिति बन गई है। बेहतरीन क्वालिटी की जावित्री तो 500 रुपये के स्तर को पार कर 520-560 प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच चुकी है।
इसी तरह बिना छिलके वाला जायफल 250-260 रुपये तक जा पहुंचा है वहीं छिलके सहित जायफल की कीमत 150-170 रुपये के स्तर पर पहुंच चुकी है। पिछले तीन हफ्तों के दौरान जायफल और जावित्री की प्रति किलोग्राम औसत कीमत में 30-50 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है। कोच्चि के नजदीक कालाडी बाजार के बड़े स्टॉकिस्टों के मुताबिक बाजार में कम से कम अगले 3-4 हफ्तों तक कीमतों में तेजी दिखेगी क्योंकि मसाले में तेजी से कमी आई है। पिछले साल जून-जुलाई की अवधि के दौरान जब जायफल की कटाई का मौसम होता है उस वक्त कीमतें 250-260 रुपये के स्तर तक जा पहुंची। जब इसका मौसम नहीं होगा (ऑफ सीजन)उस वक्त इसकी कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद के साथ ही लोगों ने इसका ज्यादा भंडारण करने की सोची। हालांकि किसानों की आशंका के विपरीत बाजार ने दूसरी तरह से अपनी प्रतिक्रिया दिखाई। इसकी वजह घरेलू और विदेशी बाजारों में इसकी मांग में कमी रही। बिना छिलके वाले जायफल की कीमत अगस्त-नवंबर की अवधि में गिरकर 180-200 रुपये तक हो गई। इसकी वजह से ऑफ सीजन में बड़े पैमाने पर इसकी बिकवाली की गई। इसी वजह से दिसंबर में और इस मौजूदा महीने में भी बेहतरीन जायफल की जबरदस्त कमी हो गई। अगले मौसम की शुरुआती फसल बाजार में फरवरी के अंतिम सप्ताह या फिर मार्च के पहले हफ्ते तक ही आ पाएगी। ऐसे में स्टॉकिस्ट का मानना है कि इस कमी की वजह से फरवरी तक कीमतों के बढ़ने की संभावना है।इस वक्त जायफल और जावित्री की मांग में बढ़ोतरी आती ही रहेगी क्योंकि 3-4 हफ्ते तक आपूर्ति में कमी आएगी। बड़े स्टॉकिस्टों के मुताबिक जब फरवरी में शुरुआती फसल आएंगे तब बाजार की दूसरी तस्वीर बनेगी। बाजार सूत्रों का ऐसा अनुमान है कि अगले 2-3 हफ्ते तक बेहतरीन क्वालिटी के जावित्री की कीमत 600 रुपये तक हो सकती है। (BS Hindi)
29 जनवरी 2009
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