17 अप्रैल 2013
चीन में सुधार की उम्मीद से कॉपर की मजबूती लौटी
अगले महीनों में चीन में आर्थिक विकास दर सुधरने और कॉपर की खपत बढऩे की उम्मीद में लंदन मेटल एक्सचेंज में कॉपर के दाम फिर से चढ़ गए। पिछले कारोबारी सत्र में गिरावट आने के बाद शॉर्ट कवरिंग होने से भी कॉपर के मूल्य में तेजी का रुख रहा। मंगलवार को एलएमई में तीन माह डिलीवरी कॉपर के दाम एक फीसदी बढ़कर 7274 डॉलर प्रति टन हो गए।
सोमवार को इसके भाव 7202 डॉलर प्रति टन पर बंद हुए थे। सोमवार को इसके भाव करीब डेढ़ साल का निचला स्तर भी छू गए थे। सोमवार को चीन के आर्थिक आंकड़ों से धीमी विकास दर के संकेत मिलने के कारण गिरावट आई थी। नोटिक्सिस के कमोडिटी रिसर्च प्रमुख निक ब्राउन ने कहा कि भले ही पिछले दो-तीन महीनों में चीन की आर्थिक विकास दर सुधरने के संकेत नहीं मिले हों लेकिन शंघाई के हाजिर बाजार में कॉपर का प्रीमियम और तेजी से घटता स्टॉक खपत में सुधार का संकेत दे रहा है।
पिछले माह शंघाई में कॉपर का स्टॉक करीब 20 फीसदी गिर गया। इससे उम्मीद बनी है कि चीन में जल्दी ही नए आयात ऑर्डर आने लगेंगे।
एलएमई में दूसरे बेसमेटल्स भी निचला स्तर छूने के बाद मंगलवार को सुधर गए। टिन की कीमत 21050 डॉलर से बढ़कर 21400 डॉलर प्रति टन हो गया। जिंक 1869 डॉलर से बढ़कर 1893 डॉलर प्रति टन हो गया। बैटरी में इस्तेमाल होने वाले लेड की कीमत 2033 डॉलर से बढ़कर 2052 डॉलर और अल्यूमीनियम 1866 डॉलर से बढ़कर 1894.50 डॉलर प्रति टन हो गया। निकेल 51695 डॉलर से बढ़कर 15703 डॉलर प्रति टन हो गया। (Business Bhaskar)
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