29 अप्रैल 2013
केंद्रीय पूल से गेहूं निर्यात के लिए प्राइवेट निर्यातकों से निविदा मांगीं
आर एस राणा नई दिल्ली | Apr 29, 2013, 00:07AM IST
शर्त -रजिस्ट्रेशन करा चुके निर्यातक ही भर सकेंगे निविदा
निर्यात पर संशय
न्यूनतम 1,480 रुपये प्रति क्ंिवटल की दर पर भरी जाएगी निविदा
सभी खर्च जोड़कर बंदरगाह पर गेहूं पड़ेगा 1705 रुपये प्रति क्विंटल
निर्यातकों को उत्तर प्रदेश में गेहूं 1,300 रुपये प्रति क्विंटल पर उपलब्ध
यह गेहूं कांडला पोर्ट पर पड़ेगा 1,580 रुपये प्रति क्ंिवटल तक
इस वजह से एफसीआई का गेहूं निर्यातकों को महंगा पड़ेगा
पंजाब व हरियाणा से गेहूं निर्यात के लिए निविदा 29 मई तक भरी जाएंगी
केंद्रीय पूल से गेहूं निर्यात के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने प्राइवेट निर्यातकों से निविदा मांगी है। पंजाब और हरियाणा में एफसीआई के पास रजिस्ट्रेशन करा चुकी कंपनियां ही निविदा में भाग ले सकेंगी तथा निजी निर्यातक 29 मई तक निविदा भर सकेंगे।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय पूल से निजी निर्यातकों के माध्यम से गेहूं निर्यात के लिए एफसीआई ने निर्यातकों से निविदा आमंत्रित की हैं। एफसीआई के पास रजिस्ट्रेशन करा चुके निजी निर्यातक ही निविदा में भाग ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि एफसीआई के पंजाब और हरियाणा स्थित गोदामों से निर्याताकों को रबी विपणन सीजन 2011-12 का गेहूं दिया जाएगा।
निजी निर्यातक 29 मई तक गेहूं निर्यात के लिए निविदा भर सकेंगे। केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार की अध्यक्षता में गठित उच्च अधिकार प्राप्त मंत्रियों के समूह (ईजीओएम) ने 7 मार्च को प्राइवेट निर्यातकों को केंद्रीय पूल से 50 लाख टन गेहूं के निर्यात की अनुमति दी थी।
उन्होंने बताया कि प्राइवेट निर्यातक पंजाब और हरियाणा स्थित भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के गोदामों से गेहूं खरीदने के लिए निविदा में न्यूनतम भाव 1,480 रुपये प्रति क्विंटल भर सकेंगे।
निजी निर्यातकों को पंजाब और हरियाणा स्थित एफसीआई के गोदामों से बंदरगाह तक पहुंच परिवहन लागत और अन्य खर्च स्वयं वहन करने पड़ेंगे। हालांकि कारोबारियों का मानना है कि सरकार ने गेहूं निर्यात के लिए निविदा भरने का दाम ऊंचा तय किया है इसलिए निजी निर्यातकों की निर्यात में रुचि कम रहेगी।
प्रवीन कॉमर्शियल कंपनी के प्रबंधक नवीन गुप्ता ने बताया कि पंजाब और हरियाणा के गोदामों से 1,480 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदने के बाद कांडला बंदरगाह पहुंच 150 रुपये प्रति क्विंटल की परिवहन लागत और 75 रुपये प्रति क्विंटल का बंदरगाह पर खर्च (लोडिंग, स्टोरेज और अन्य खर्च) को मिलाकर भाव 1,705 रुपये प्रति क्विंटल हो जाएगा।
जबकि इस समय प्राइवेट निर्यातकों को उत्तर प्रदेश से 1,300-1325 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर गेहूं मिल रहा है जो चालू रबी सीजन का है। निर्यातक कांडला बदरगाह पहुंच 1,560-1,580 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीद रहे हैं जो एफसीआई द्वारा दिए जाने वाले गेहूं के मुकाबले काफी सस्ता है।
केंद्रीय पूल से सार्वजनिक कंपनियों पीईसी, एमएमटीसी और एसटीसी को सरकार पहले ही 45 लाख टन गेहूं के निर्यात की अनुमति दे चुकी है जिसमें से करीब 38.7 लाख टन के निर्यात सौदे हो चुके हैं। पहली अप्रैल को केंद्रीय पूल में 242.07 लाख टन गेहूं का भारी-भरकम स्टॉक जमा है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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