01 अप्रैल 2013
पैदावार बढऩे से जौ में गिरावट के आसार
कितनी आई कमी
मंडियों में एक माह में कीमतों में 150 रुपये की गिरावट
मौजूदा भाव 1,225-1,230 रुपये प्रति क्ंिवटल रह गए
दैनिक आवक 15,000 से 20,000 बोरियों की हो रही
मई वायदा अनुबंध में 15 दिनों में दाम 4 फीसदी तक गिरे
आगे क्या उम्मीद
चालू सीजन में जौ की पैदावार 12.3 फीसदी बढऩे की उम्मीद
अप्रैल में मंडियों में आवक बढऩे से दाम में और गिरावट संभव
लेकिन माल्ट कंपनियों व निर्यातकों की मांग से फिर बढ़ेेंगे रेट
चालू रबी में जौ की पैदावार बढऩे के अनुमान से कीमतों में गिरावट बनी हुई है। उत्पादक मंडियों में महीने भर में जौ की कीमतों में 150 रुपये की गिरावट आकर भाव 1,225-1,230 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू सीजन में जौ की पैदावार 12.3 फीसदी बढ़कर 18.2 लाख टन होने का अनुमान है। ऐसे में मौजूदा कीमतों में और भी हल्की गिरावट की संभावना है।
इम्पीरियल माल्ट लिमिटेड के डायरेक्टर संजय यादव ने बताया कि चालू रबी में जौ की पैदावार पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है। अप्रैल महीने में उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक बढ़ जायेगी जिससे मौजूदा कीमतों में 25 से 40 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ सकती है। लेकिन माल्ट कंपनियों की मांग के साथ ही निर्यातकों की मांग भी इस बार अच्छी रहेगी जिससे भाव फिर बढ़ सकते हैं।
कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू वर्ष 2012-13 में जौ की पैदावार 12.3 फीसदी बढ़कर 18.2 लाख टन होने का अनुमान है। वर्ष 2011-12 में देश में 16.2 लाख टन जौ की पैदावार हुई थी।
कुंदन लाल परसराम के प्रबंधक राजीव बंसल ने बताया कि उत्पादक मंडियों में जौ की दैनिक आवक 15,000 से 20,000 बोरियों की हो रही है। मौसम साफ होने से आगामी दिनों में आवक बढ़ेगी जिससे कीमतों में गिरावट आयेगी।
उत्पादक मंडियों में महीने भर में जौ की कीमतों में करीब 150 रुपये की गिरावट आकर भाव 1,225-1,230 रुपये प्रति क्विंटल रह गए जबकि गुडग़ांव पहुंच 1,300 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी माल्ट कंपनियों की खरीद भी बढ़ेगी, जिससे ज्यादा मंदे की संभावना नहीं है।
एनसीडीईएक्स पर मई महीने के वायदा अनुबंध में पिछले पंद्रह दिनों में जौ की कीमतों में 4 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। मई महीने के वायदा अनुबंध में 14 जनवरी को जौ का भाव 1,435 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि शनिवार को भाव घटकर 1,377 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
इंडियाबुल्स कमोडिटी लिमिटेड के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च (कमोडिटी) बद्दरूदीन ने बताया कि उत्पादक मंडियों में जौ की दैनिक आवक बढऩे से वायदा कारोबार में जौ की कीमतों में और भी गिरावट आने की संभावना है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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