27 अप्रैल 2013
सोयाबीन पर महीने में दूसरी बार बढ़ा मार्जिनर
सोयाबीन के भाव जब साल के उच्च स्तर पर पहुंच गए तो वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) ने इस महीने आज दूसरी बार 10 फीसदी विशेष मार्जिन बढ़ा दिया जो 30 अप्रैल से लागू होगा। इससे पहले 8 अप्रैल को 10 फीसदी विशेष मार्जिन बढ़ाया गया था। घरेलू व विदेशी बाजार में मांग कमजोर होने से इस तेजी पर सवाल उठ रहे हैं। जानकार बताते हैं कि पिछले साल की तरह इस साल भी कुछ बड़े कारोबारी सोयाबीन रोक कर भाव बढ़ा रहे हैं। किसान भी मुुनाफे की आस में मंडियों में सोयाबीन कम ला रहे हैं। मसलन सोयाबीन की कीमतें बढऩे के पीछे सटोरियों के खेल से इंकार नही किया जा सकता है। इस साल देश में रिकॉर्ड 126 लाख टन सोयाबीन पैदा हुआ है।
सप्ताह भर में एनसीडीईएक्स में सोयाबीन मई अनुबंध ने 3,854 रुपये से बढ़कर आज 4,182 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर साल का उच्च स्तर छू लिया। हालांकि बाद में इसमें गिरावट दर्ज की गई। इस साल सोयाबीन 25 फीसदी महंगा हो चुका है।
कमोडिटी इनसाइट डॉटकॉम के वरिष्ठï जिंस विश्लेषक प्रशांत कपूर ने कहा कि पिछले माह तक तो ईरान सोयाबीन खरीद रहा था, लेकिन इस माह ऊंचा भाव देखते हुए ईरान के कारोबारियोंं ने खरीद घटा दी है। घरेलू बाजार में भी सोया प्लांट वालों की ओर मांग घटी है। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के संयोजक राजेश अग्रवाल कहते हैं कि वर्तमान भाव पर मिल वालों को तेल निकालने पर कम से कम 50 रुपये प्रति क्विंटल का घाटा हो रहा हैं। ऐसे में खरीद घटना स्वभाविक हैं। अग्रवाल ने कहा कि लगता बाजार कुछ बड़े खरीदारों के हाथ में चला गया हैं, वरना बंपर पैदावार के मद्देनजर मंडियों में करीब 70,000 बोरी (क्विंटल) की आवक बहुत कम है। उन्होने कहा कि विदेशी बाजार काफी गिरने के बाद थोड़े से सुधरे जरूर हैं।
इंडियाबुल्स कमोडिटी के सह उपाध्यक्ष(शोध) बदरुद्दीन ने कहा कि किसान भी मुनाफे की आस में मंडियों में माल कम ला रहे हैं। गुरुवार को अर्जेंटीना में सोयाबीन का उत्पादन घटने की खबर के बाद विदेशी बाजार में सोयाबीन 1.5 फीसदी महंगा हुआ था। उनके मुताबिक अगले कुछ दिनों तक तेजी बरकरार रह सकती है। कपूर का मानना है कि मौसम सामान्य रहने से भाव गिर सकते हैं। (BS Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें