23 अप्रैल 2013
ऑटो उद्योग की कमजोर मांग से नेचुरल रबर में और नरमी संभव
दोतरफा असर - घरेलू के साथ विदेशी बाजार में भी रबर के मूल्य पर दबाव
कमजोर खपत
घरेलू बाजार में रबर 65 फीसदी तक खपत ऑटो उद्योग में
ऑटो उद्योग की बिक्री में गिरावट से आई रबर में सुस्ती
चीन में भी रबर उत्पादों की मांग सुस्त बनी हुई है
इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी नेचुरल रबर की कीमतें कम
अमेरिका और यूरोप की इकोनॉमी में अभी कोई खास सुधार नहीं
कोट्टायम में रबर के दाम घटकर 155-160 रुपये प्रति किलो
ऑटो उद्योग की सुस्त मांग से घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में और गिरावट की संभावना है। चालू महीने में कोट्टायम में नेचुरल रबर की कीमतों में 10 रुपये की गिरावट आकर सोमवार को भाव 155 से 160 रुपये प्रति किलो रह गए। एनएमसीई पर मई महीने के वायदा अनुबंध में सोमवार को नेचुरल रबर का भाव घटकर 15,480 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।
रबर मर्चेंट्स एसोसिएशन के सचिव अशोक खुराना ने बताया कि घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की कुल खपत में ऑटो उद्योग की 60 से 65 फीसदी हिस्सेदारी है। ऑटो उद्योग की बिक्री में गिरावट बनी हुई है इसीलिए घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में मंदा बना हुआ है। चीन में रबर उत्पादों की मांग सुस्त होने के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी नेचुरल रबर की कीमतें घट रही है।
अमेरिका और यूरोप की इकोनॉमी में अभी बहुत सुधार नहीं हुआ है। ऐसे में घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट की संभावना है।
विनको ऑटो इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर एम एल गुप्ता ने बताया कि घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की खपत में कमी आई है। उधर, चीन की आयात मांग घटी है, जिसका सीधा असर अंतरराष्ट्रीय बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों पर पड़ रहा है।
बैंकॉक में नेचुरल रबर के दाम घटकर सोमवार को 151-152 रुपये प्रति किलो (भारतीय मुद्रा में) रह गए जबकि पहली अप्रैल को इसका भाव 158-159 रुपये प्रति किलो था। घरेलू बाजार में मार्च महीने में नेचुरल रबर की खपत 4.1 फीसदी कम होकर 79,000 टन की हुई है जबकि मार्च 2012 में इसकी खपत 82,400 टन की हुई थी।
सूत्रों के अनुसार वियतनाम में हुई ग्लोबल रबर कांफ्रेंस-2012 में विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया था कि वर्ष 2013 में विश्व स्तर पर नेचुरल रबर की कीमतों में गिरावट बनी रहेगी तथा वर्ष 2014 के मध्य में ही इसकी कीमतों में सुधार आने की संभावना है।
भारतीय रबर बोर्ड के अनुसार वर्ष 2012-13 में नेचुरल रबर का उत्पादन 0.9 फीसदी बढ़कर 9,12,200 टन का हुआ है जबकि इस दौरान खपत में 0.8 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी होकर कुल खपत 9,71,980 टन की हुई है।
मार्च के अंत में घरेलू बाजार में नेचुरल रबर का स्टॉक 2,66,000 टन का है जो मार्च 2012 के 2,36,275 टन से ज्यादा है। मार्च में नेचुरल रबर का उत्पादन घटकर 52,000 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल मार्च में 55,300 टन का हुआ था। (Business Bhaskar....R S Rana)
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