16 अप्रैल 2013
खुले बाजार में गेहूं की बिक्री लागत से कम मूल्य पर नहीं
आर एस राणा नई दिल्ली | Apr 16, 2013, 01:53AM IST
केंद्र सरकार ने चालू सीजन में खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की बिक्री इकोनॉमी लागत से कम भाव पर नहीं करेगी। प्रस्तावित खाद्य सुरक्षा बिल अधिनियम लागू होने के बाद सरकार को अतिरिक्त गेहूं की आवश्यकता होगी।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नए सीजन में ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री इकोनॉमी लागत से कम भाव नहीं की जाएगी, इसलिए रोलर फ्लोर मिलों और अन्य उपभोक्ताओं को अपनी जरूरत का गेहूं इस समय ही खरीद लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित खाद्य सुरक्षा बिल लागू होने के बाद सरकार को अतिरिक्त गेहूं की आवश्यकता होगी।
वैसे भी सरकार की पहली प्राथमिकता सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) और अन्य कल्याणकारी योजना में गेहूं के आवंटन की है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार विपणन सीजन 2013-14 में गेहूं की इकोनॉमी लागत (बजटीय अनुमान) में 2,010.22 रुपये प्रति क्विंटल होगी, जबकि विपणन सीजन 2012-13 में गेहूं की इकोनॉमी लागत 1,798.86 रुपये प्रति क्विंटल थी।
चालू रबी विपणन सीजन 2013-14 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,350 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि विपणन सीजन 2012-13 में गेहूं का एमएसपी 1,285 रुपये प्रति क्विंटल था।
हालांकि चालू रबी विपणन सीजन में मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकारें किसानों को 150 रुपये प्रति क्विंटल का अतिरिक्त बोनस देकर गेहूं की खरीद 1,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से कर रही हैं। केंद्रीय पूल में पहली अप्रैल को 242.07 लाख टन गेहूं का भारी भरकम स्टॉक बचा हुआ है जो तय मानकों बफर के मुकाबले कई गुना ज्यादा है।
चालू रबी विपणन सीजन 2013-14 में सरकार ने समर्थन मूल्य पर 440 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया है जो पिछले विपणन सीजन 381.48 लाख टन से ज्यादा है।
चालू रबी विपणन सीजन में अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 36.50 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जो पिछले साल की समान अवधि के 30.3 लाख टन से ज्यादा है। अभी तक हुई कुल खरीद में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी मध्य प्रदेश की 24.82 लाख टन और हरियाणा की 10.12 लाख टन है।
पंजाब से अभी तक केवल 88,000 टन गेहूं की सरकारी खरीद ही हो पाई है। एफसीआई के अनुसार आगामी दिनों में गेहूं की सरकारी खरीद में तेजी आयेगी। कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2012-13 में गेहूं का उत्पादन 923 लाख टन होने का अनुमान है जो वर्ष 2011-12 के 948.8 लाख टन से कम है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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