01 अप्रैल 2013
एनसीडीईएक्स नॉन एग्री जिंस वायदा में बढ़ाएगा हिस्सेदारी
आर.एस. राणा नई दिल्ली | Apr 01, 2013, 01:14AM IST
आवेदन- स्टील, स्क्रैप स्टील और स्पेशल स्टील में वायदा कारोबार की मांगी अनुमति
कुल कारोबार घटा
जिंस वायदा कारोबार 164,79,188 करोड़ रुपये का
पिछले साल 173,69,550 करोड़ का था कारोबार
जिंस वायदा कुल कारोबार में 5.13 फीसदी की कमी
एग्री वायदा में बढ़त
एग्री कमोडिटी के वायदा कारोबार में 3.35 फीसदी वृद्धि
इस वर्ष यह 21,01,277.81 करोड़ रुपये पर पहुंच गया
पिछले साल हुआ था 20,33,200.11 करोड़ का कारोबार
(आंकड़े 1 अप्रैल 2012 से 15 मार्च 2013 तक के)
बाजरा और पीली मटर में वायदा कारोबार शुरू करने के लिए भी एफएमसी को लिखा पत्र
एग्री जिंसों के वायदा कारोबार में प्रमुख हिस्सेदारी रखने वाला नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) नॉन एग्री जिंसों के वायदा कारोबार में और हिस्सेदारी बढ़ायेगा। एनसीडीईएक्स ने वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) से स्टील, स्क्रैप स्टील और स्पेशल स्टील में वायदा कारोबार शुरू करने की अनुमति मांगी है।
एनसीडीईएक्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि नॉन एग्री जिंसों स्टील, स्क्रेप स्टील और स्पेशल स्टील में वायदा कारोबार शुरू करने के लिए एफएमसी से अनुमति मांगी गई है। इसके साथ ही एग्री जिंसों में भी बाजरा और पीली मटर में वायदा कारोबार शुरू करने के लिए एफएमसी को पत्र लिखा है।
उम्मीद है जल्दी ही एफएमसी से इन जिंसों में वायदा कारोबार शुरू करने की अनुमति मिल जायेगी, जिसके बाद इनके वायदा अनुबंध चालू किए जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि एनसीडीईएक्स पर इस समय स्टील लॉन्ग में जुलाई महीने के वायदा अनुबंध में कारोबार हो रहा है।
जिंस वायदा के कुल कारोबार में एग्री जिंसों के मुकाबले नॉन एग्री जिंसों की हिस्सेदारी ज्यादा है। हालांकि चालू वित्त वर्ष में जिंस वायदा के कुल कारोबार में तो कमी आई है लेकिन एग्री कमोडिटी का वायदा कारोबार बढ़ा है।
एफएमसी के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2012-13 (1 अप्रैल 2012 से 15 मार्च 2013) के दौरान जिंस वायदा कारोबार में 5.13 फीसदी की कमी आकर कुल 164,79,188.57 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। पिछले साल की समान अवधि में 173,69,550.60 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था।
इस दौरान एग्री कमोडिटी के वायदा कारोबार में 3.35 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 21,01,277.81 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले साल की समान अवधि में इसमें 20,33,200.11 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। बुलियन के वायदा कारोबार में इस दौरान 22.58 फीसदी की गिरावट रही और कुल कारोबार 76,33,265.36 करोड़ रुपये का हुआ है।
उन्होंने बताया कि कमोडिटी ट्रांजेक्शन टैक्स (सीटीटी) लगाने से जिंसों का वायदा कारोबार प्रभावित नहीं हुआ है। सरकार ने वित्त वर्ष 2013-14 के बजट में गैर-कृषि जिंसों के वायदा कारोबार पर 0.01 फीसदी सीटीटी लगाया है।
उन्होंने कहा कि फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट रेगुलेशन एक्ट (एफसीआरए) पास होने से एफएमसी के अधिकार बढ़ जायेंगे, जिससे जिंस वायदा कारोबार में पारदर्शिता बढ़ेगी। साथ ही इससे कमोडिटी मार्किट में ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू की जा सकेगी। (Business bhaskar....R S Rana)
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