05 जनवरी 2009
यूरोपीय बाजार में बढ़ी भारतीय गुड़ की मांग
यूरोपीय बाजार में भारतीय गुड़ की मांग काफी तेज़ी से बढ़ी है। इसी के चलते यूरोप में भारतीय गुड़़ का निर्यात बढ़ रहा है। वर्ष 2007-08 में यूरोपीय यूनियन को भारत से गुड़ निर्यात में 23 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसके बाद यूरोप के कुल गुड़ आयात में भारत की हिस्सेदारी 37 फीसदी हो गई है, जो 2006-07 में केवल सात फीसदी थी। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) द्वारा यूरोपीय बाजार में निर्यात की संभावनाओं पर किये गये अध्ययन में यह बात सामने आई है। यह अध्ययन एपीडा के परसनल एक्जिक्यूटिव चंद्रशेखर डुडेजा और रजनी अरोड़ा ने किया है। उनके अनुसार वर्ष 2006-07 में भारत से यूरोपीय संघ को कुल 649.64 करोड़ रुपये के गुड़ का निर्यात हुआ था। जो 2007-08 में बढ़कर 800 करोड़ रुपये का हो गया है। इस अवधि में यूरोप को भारत से कुल 9 लाख टन का गुड़ का निर्यात हुआ है, जबकि यूरोपीय संघ 23 लाख टन सालाना गुड़ का आयात करता है। जिसमें इस साल और बढ़ोतरी होने का अनुमान लगाया जा रहा है। भारत से सालाना 1000 करोड़ रुपये ेके गुड़ का निर्यात होता है। वही पाकिस्तान से गुड़ निर्यात कमी आई है। उसकी यूरोप के गुड़ आयात बाजार में 27 फीसदी हिस्सेदारी थी, जो कम होकर 11 फीसदी पर आ गई है। गुड़ की विश्व बाजार में बढ़ती मांग को देखते हुए एपीडा ने विशेष प्रयास शुरु कर दिये हैं। एपीडा के निदेशक एस. दवे ने बताया कि वे जल्द ही महाराष्ट्र के कोल्हापुर स्थित गुड़ के क्लस्टर में गुड़ उत्पादकों से मुलाकात कर नई कार्य योजना तैयार करने वाले है। इसमें गुड़ के प्रसंस्कृत उत्पादों को तैयार करने पर जोर दिया जायेगा। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत से मैरीन उत्पादों, चाय, काफी और मसालों के निर्यात में विशेष रुप से बढ़ोतरी हुई है। इस अवधि में भारतीय उत्पादों का यूरोपीय संघ को होने वाले निर्यात में 37 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस अध्ययन के अनुसार यूरोप में तैयार खाद्य पदाथरे, डिहाइड्रेटेड खाद्य उत्पादों के साथ ही जैविक खाद्य पदाथरे की मांग लगातार बढ़ रही है। साथ ही गुणवत्ता के मापदंड लगातार कड़े होते जा रहे है। यूरोपीय बाजार में भारतीय उत्पादों का निर्यात बढ़ाने के लिए इस रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि भारत को अपने उत्पादों की गुणवत्ता और मार्केटिंग पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। (Business Bhaskar)
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