गुवाहाटी January 12, 2009
बर्ड फ्लू का कोई नया मामला प्रकाश में नहीं आते देख कर असम सरकार ने राज्य भर में (चिरांग और बाकसा जिले को छोड़ कर) पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री पर लगी पाबंदी हटा दी है।
12 जनवरी से फिर से पोल्ट्री व्यवसाय ने जोड़ पकड़ा और कारोबारियों ने गुवाहाटी में अच्छा-खासा कारोबार किया। पाबंदी का हटना पोल्ट्री कारोबारियों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। माघ बिहु उत्सव चलने के दौरान कारोबारी और किसान लंबे समय बाद नकदी कमाना सुनिश्चित हो पाया है।पिछले साल जब नवंबर में पाबंदी लगी थी तब से मुर्गे की कीमतें लगभग दोगुनी हो गई हैं। नवंबर में ब्रॉयलर मुर्गे की कीमत 60 से 65 रुपये प्रति किलोग्राम थी, अब यह 120 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई है। ऑल असम पोल्ट्री फार्मर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीब शर्मा ने स्वीकार किया कि बिहु के ठीक पहले पाबंदी का हटाया जाना कारोबारियों और किसानों के लिए बड़ी राहत की बात है क्योंकि हर साल बिहु के दौरान मुर्गों की बिक्री कई गुना बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि अगर यह पाबंदी नए साल से पहले हटी तो किसान और कारोबारी कुछ और पैसे कमा कर अपना दुख दूर कर सकते थे। शर्मा ने बताया कि असम में लगभग 5.5 लाख लोग पोल्ट्री कारोबार से जुड़े हुए हैं। बर्ड फ्लू फैलने और उसके बाद सरकार द्वारा पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पादों पर लगाई गई पाबंदी से पोल्ट्री किसान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। (BS Hindi)
13 जनवरी 2009
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