प्रस्तुत है विभिन्न कारोबार से जुड़े कारोबारियों की राय:
बीएस संवाददाता / December 31, 2008
आंतरिक व्यापार को समृध्द बनाने के लिए सरकार को नयी नीति की घोषणा करनी चाहिए।
वर्ष 2009 में दिल्ली के व्यापारियों पर लटक रही सीलिंग की तलवार का खात्मा होना चाहिए और 2010 ले लागू होने वाले गुड्स व सर्विस टैक्स को लागू करने के लिए 2009 में एक सुगम रास्ता तैयार होना चाहिए। प्रवीन खंडेलवाल, महासचिव, कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्सवर्तमान हालात को देखते हुए नए साल के लिए कुछ भी इच्छा जाहिर करना बेकार है। फिर भी हम सरकार से यही प्रार्थना करेंगे कि ऐसी नीति बनायी जाए जिससे आम लोगों को काम मिले और व्यापार की गाड़ी पटरी पर लौट आए। ललित गुप्ता, सचिव, दिल्ली किराना कमेटीअभी तो मंदी हाथ तंग करके बैठा है। नए साल में जल्द से जल्द इस मंदी से छुटकारा पाना चाहेंगे, ताकि कारोबार फिर से रास्ते पर आ जाए। पेट्रोल औैर डीजल की बिक्री तो पहले ही काफी गिर चुकी है। अभी तो सभी उद्योगों का हाल बुरा है। अतुल पेशावरिया, अध्यक्ष, ऑल इंडिया पेट्रोल-डीजल ट्रेडर्स एसोसिएशननए साल में हम यही चाहेंगे कि व्यापार में स्थिरता आए। 2008 के दौरान कीमत में लगातार होने वाले उथल-पुथल से व्यापार को काफी धक्का लगा। नए साल में व्यापारियों में यह विश्वास जगे कि कीमत एक सीमा तक की ऊपर या नीचे जाएगी। साथ ही देश में शांति का माहौल रहे। हेमंत गुप्ता, महासचिव, खारी बावली ट्रेडर्स एसोसिएशननए साल के लिए हम बढ़िया ही सोचेंगे। उम्मीद करते हैं कि इस साल व्यापार अच्छा रहेगा। देश में अमन कायम रहे। बम ब्लास्ट नहीं हो। महंगाई कम हो। सुरक्षित माहौल में ही व्यापार फल-फूल सकता है।अशोक गुप्ता,अध्यक्ष, दाल मिल एसोसिएशनपिछले साल से ज्यादा कारोबार करने की तमन्ना है। अपने व्यापार को कम से कम 25 फीसदी तक बढ़ाने का इरादा है। इस साल हम अपनी गलतियों को सुधारेंगे और महंगाई में हुई कमी का फायदा उठाकर अपने व्यापार को आगे ले जाना चाहेंगे। नरेंद्र मदान, ऑटोमोबाइल कारोबारीमंदी के दौर में तरक्की की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। फिर भी हमारे देश में लोगों के बीच बचत की आदत है। इस वजह से अन्य मुल्कों के मुकाबले हमारी स्थिति बेहतर रहेगी। हालात चाहे लाख खराब हो नए साल में बेहतरी की ही सोचेंगे। अमृत लाल बंसल, स्कूटर पाट्र्स कारोबारी पिछला साल वनस्पति तेल के लिए काफी खराब रहा। हम तो यही चाहेंगे कि सभी जगह शांति बनी रहे तभी व्यापार में बढ़ोतरी की उम्मीद कर सकते हैं। नए साल में आतंकवाद से भी छुटकारा चाहेंगे। लक्ष्मी चंद अग्रवाल, अध्यक्ष, दिल्ली वेजीटेबल ऑयल ट्रेडर्स एसोसिएशननए साल में व्यापार में बढ़ोतरी की कोई उम्मीद नहीं है। जनवरी-फरवरी के दौरान सोने का कारोबार बहुत गिर जाएगा। नए साल में सोने की कीमतें तेज होने की पूरी संभावना है लिहाजा कारोबार ठीक नहीं रहेगा। फिर भी हम तो यही चाहेंगे कि कारोबार चमकता रहे।पवन झिलानी, सर्राफा कारोबारी (BS Hindi)
01 जनवरी 2009
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें