नई दिल्ली December 31, 2008
सरकार ने प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य में 50 डॉलर की बढ़ोतरी का महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए जनवरी महीने के लिए इसे 380 से 385 डॉलर प्रति टन तक पहुंचा दिया है।
सूत्रों के अनुसार, घरेलू बाजार में प्याज की कीमतों पर नियंत्रण लगाने और इसकी आपूर्ति बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है। नैफेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घरेलू बाजार में इसकी आपूर्ति बढ़ाने के लिए कीमतों में यह कमी गई है। प्याज निर्यात का नियंत्रण नैफेड करता है। यह एजेंसी हर महीने 12 दूसरी एजेंसियों के साथ मिलकर प्याज का निर्यात मूल्य तय करता है। देश के दक्षिणी इलाके में इस वक्त प्याज की किल्लत है।हार्वेस्टिंग प्रकिया पूरी हो जाने से इन इलाकों में प्याज की आपूर्ति कम हुई है। नासिक जैसे मुख्य उत्पादक क्षेत्रों से आपूर्ति कम होने से प्याज की कीमतें चढ़ी हैं। दक्षिण में खरीफ प्याज की आवक अगस्त में शुरू होती है और नवंबर में खत्म हो जाती है। फिलहाल प्याज की ताजा आवक केवल महाराष्ट्र में ही हो रही है।ऐसे में जरूरी हो जाता है कि इसकी बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाया जाए। इसके लिए ही निर्यात को हतोत्साहित किया जा रहा है। निर्यात समर्थन मूल्य में 15 जनवरी तक बढ़ोतरी की जाएगी जब तक नए प्याज की आवक न बढ़ जाए। (BS Hindi)
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