01 जनवरी 2009
फ्लैशबैक : कमोडिटी
न व रीकृषि जिंसों की तमाम वस्तुओं खाद्य तेल, अनाज, दालों के भाव में बढ़ोतरी शुरू। सरकार की नींद हराम। वायदा कारोबार पर प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्र सरकार पर राजनीतिक दलों का दबाव बढ़ा।फ र व रीवित्त वर्ष 2008-09 के बजट भाषण में वित्त मंत्री ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए 60,000 करोड़ रुपये की कर्ज माफी की घोषणा की। आगे इस छूट को बढ़ाकर 71,000 करोड़ रुपये कर दिया गया। मा र्चविश्व बाजार में खाद्य तेलों में तेज़ी से घरलू बाजारों में सोया तेल 708 रुपये प्रति दस किलो के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा। बासमती के एमईपी को 350 डॉलर से बढ़ाकर 1000 डॉलर प्रति टन किया गया।अ प्रै लचावल की बढ़ती कीमतों पर नकेल के लिए इसके निर्यात पर 8000 रुपये प्रति टन का निर्यात शुल्क लगाया गया। एमईपी को 1000 डॉलर से बढ़ाकर 1200 डॉलर प्रति टन हुआ। क्रूड खाद्य तेलों के आयात शुल्क में कटौती।म ईमहंगाई को रोकने के लिए आलू, रबर, सोया तेल और चना के वायदा पर रोक लगी। इसके अलावा इसी महीने में वायदा कारोबार पर अध्ययन के लिए बनाई गई अभिजीत सेन समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी। जू नअंतरराष्ट्रीय बाजार में मक्के के दाम 8 डॉलर प्रति बुशल और सोयाबीन के दाम 16.35 डॉलर प्रति बुशल के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई। क्रूड में तेजी से बायोफ्यूल की मांग बढ़ने को लेकर हुई सट्टेबाजी की वजह से भाव बढ़े।जु ला ईमेंथा तेल, कैस्टर, मक्का, हल्दी और सरसों के दाम रिकार्ड ऊंचाई तक पहुंच गए। कच्चे तेल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में 147 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गये। मक्के में तेजी को रोकने के लिए इसके निर्यात पर प्रतिबंध।अ ग स्तगेहूं के भाव उत्तर भारत में एमएसपी से नीचे आए। बिहार और पंजाब में बाढ़ से मक्का व कपास की फसल प्रभावित। आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत स्टॉक सीमा हेतू राज्यों का अधिकार अप्रैल 2009 तक बढ़ा।सि तं ब रमियाद पूरी होने के बावजूद केंद्र सरकार ने चार जिंसों आलू, रबर, सोया तेल और चना के वायदा कारोबार पर लगे प्रतिबंध की अवधि को दो महीने के लिए बढ़ा दिया। चीन से दूग्ध आयात पर भारत सरकार ने रोक लगाई।मियाद पूरी होने के बावजूद केंद्र सरकार ने चार जिंसों आलू, रबर, सोया तेल और चना के वायदा कारोबार पर लगे प्रतिबंध की अवधि को दो महीने के लिए बढ़ा दिया। चीन से दूग्ध आयात पर भारत सरकार ने रोक लगाई।अ क्टू ब रडॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी से घरेलू बाजार में सोने के दाम 14,390 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंचे। पूसा 1121 को बासमती का दर्जा के साथ निर्यात की अनुमति। मक्का के निर्यात पर लगी रोक अक्टूबर में समाप्त। न वं ब रसोयाबीन के भाव में गिरावट से केंद्र सरकार ने क्रूड सोया तेल के आयात पर 20 फीसदी का आयात शुल्क लगा दिया। सोयाबीन के दाम कम होकर 1400 रुपये प्रति क्विंटल तक आ गए थे। दि सं ब रसाल के अंत में कमोवेश सभी जिंसों के भाव उल्टे दिशा में चल पड़े। ग्वारसीड, निकिल, कॉपर, अल्युमीनियम, लेड के साथ कई कृषि जिंसों के दाम अपने निचले स्तर पर पहुंच गए। लेकिन चीनी में तेजी का रुख रहा। (Business Bhaskar)
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