01 जनवरी 2009
फ्लैशबैक : अंतरराष्ट्रीय
ज न व रीविकसित देशों में कर्ज के बढ़ते बोझ के कारण विश्व बैंक ने 2008 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट की संभावना जताई। अमेरिका के फेडरल बैंक ने पिछले 25 वषों के दौरान ब्याज दरों में सबसे बड़ी कटौती की। फ र व रीबैंक ऑफ इंग्लैंड ने ब्याज दरें 0.25 फीसदी घटाईं। हाउसिंग लोन न चुकाने से घर लौटाने वालों की संख्या 27,100 हुई जो 1999 के बाद सबसे अधिक थी। सब-प्राइम से दुनिया में 400 अरब डॉलर नुकसान की आशंका। मा र्चबाजार में तरलता बढ़ाने के लिए यूएस के फेडरलबैंक ने बैंकों को 200 अरब डॉलर के फंड उपलब्ध कराया। निवेश बैंक बीयर स्टर्न के खस्ता हाल ने वैश्विक वित्तीय बाजार पर मंडराते खतरे को दुनिया के सामने ला दिया। अ प्रै लआईएमएफके मुताबिक ऋण की किल्लत से 1,000 अरब डालर या इससे अधिक की हानि हो सकती है। बैंक ऑफ इंग्लैंड ब्याज दरें 0.25 फीसदी और घटाई। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने 50 अरब पाउंड का राहत दिया। म ईअमेरिका के बिना गारंटी वाले लोन के कारण 37 अरब डालर के नुकसान को कुछ हद तक पूरा करने के लिए स्विट्जरलैंड के बैंक यूबीएस ने 15.5 अरब डालर के राइट इश्यू जारी किए। जू नअमेरिका की एफबीआई ने एक अरब डालर के मॉर्गेज घपले के लिए 406 लोगों को गिरफ्तार किया। फेडरल रिजर्व ने 75 अरब डालर के एक और लोन की नीलामी की जिससे बैंकों को ऋण के संकट से उबारा जा सके। जु ला ईइंग्लैंड के शेयर बाजार में 20 फीसदी की गिरावट आई। ब्रिटिश चैंबर्स ऑफ कामर्स ने अगले कुछ महीनों में यूके में आर्थिक मंदी की आशंका जताई। फेनी माई और फेनी मैक को सरकार ने सहायता उपलब्ध कराई। अ ग स्तएचएसबीसी के अर्धवार्षिक लाभ में 28 फीसदी की गिरावट आई। बीएनपी परिबास ने अपने निवेशकों से कहा कि वह उसके दो फंड में से पैसा नही निकाल पाएंगे क्योंकि वे उसका सही मूल्यांकन नहीं कर पा रहे हैं। सि तं ब रअमेरिका की दो सबसे बड़ी मॉर्गेज फाइनेंस कंपनियों का नियंत्रण अमेरिकी सरकार ने 6 सितंबर 2008 को अपने हाथ में लिया । फैनी माई और फ्रेडी मैक कंपनियां अमेरिका में जारी सबप्राइम संकट का शिकार बनीं। अ क्टू ब रअमेरिकी सरकार 700 अरब डॉलर के राहत पैकेज की घोषणा की। फेडरल बैंक ने ब्याज दरें घटाई । जी-8 के देशों ने आर्थिक संकट से निपटने का संकल्प लिया। आईएमएफ ने वैश्विक आर्थिक संकट की चेतावनी दी। न वं ब रसिटीग्रुप ने अमेरिकी सरकार से मदद मांगी। सरकार ने सिटीग्रुप की एक वित्तीय कंपनी बैंक का रूप देकर राहत पैकेज दिया। अमेरिका में अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए खरबों डॉलर के पैकेज जारी किए। दि सं ब रबैंक ऑफ कनाडा ने ब्याज दर 0.75 फीसदी घटाई। अमेरिकी सरकार ने 17.4 अरब डालर का लोन जीएम, क्रिसलर और फोर्ड कार कंपनियों के लिए जारी किया। यूरो जोन ने तीसरी तिमाही में आर्थिक मंदी में प्रवेश किया। (Business Bhaskar)
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