17 दिसंबर 2008
कपास निर्यात में 12% की गिरावट की आशंका
नई दिल्ली : इंटरनेशनल कॉटन एडवाइजरी कमेटी (आईसीएसी) ने कहा है कि दुनिया भर में वित्तीय अनिश्चितता के कायम रहने और कताई मिलों के सामने नकदी संकट बरकरार रहने के कारण 2008-09 में दुनिया भर में कपास निर्यात में 12 फीसदी गिरावट आने की आशंका है। अनुमान है कि इस दौरान कपास निर्यात 83 लाख टन रहेगा। आईसीएसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन में कपास की मांग घटने से दुनिया भर में इसके कारोबार पर असर पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में कपास के आयात में 24 फीसदी की कमी आ सकती है। आईसीएसी का कहना है कि 2008-09 में चीन 19 लाख टन कपास आयात कर सकता है। दुनिया के दूसरे देशों में भी कपास आयात में सात फीसदी की गिरावट आने की आशंका है। इस सीजन में दुनिया भर में 54 लाख टन कपास का आयात होने की संभावना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले साल दुनिया भर की मिलों के कपास इस्तेमाल में छह फीसदी गिरावट आएगी। आईसीएसी ने कहा है कि 2009 में विकसित अर्थव्यवस्थाओं की आमदनी में कमी, कताई मिलों के लिए कर्ज मिलने में मुश्किल बरकरार रहने और वैश्विक वित्तीय संकट जैसे कई कारण दुनिया भर में कपास के उपभोग पर बुरा असर पड़ रहा है। (ET Hindi)
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