25 दिसंबर 2008
गेहूं के बाद इस साल चावल की भी रिकार्ड खरीद होने के उम्मीद
इस साल धान की रिकार्ड पैदावार और अच्छे न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी) के चलते सरकार चावल की भी रिकार्ड खरीद कर सकती है। पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले इस साल चावल की खरीद 21 फीसदी ज्यादा है। इसको देखते हुए इस बार पिछले साल के 284.93 लाख टन से ज्यादा चावल की खरीद हो सकती है। इस साल गेहूं की भी रिकार्ड खरीद हुई थी।अभी तक केंद्रीय एजेंसी फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआईर्) 143.27 लाख टन चावल की खरीद कर चुकी है। पिछले साल इसी अवधि तक एफसीआई ने 118.09 लाख टन की चावल की खरीद की थी। चावल की इस खरीद को देखते हुए सरकार मान रही है कि चावल विपणन वर्ष (अक्टूबर-सितंबर) 2008-09 में चावल की रिकार्ड खरीद हो जाएगी। एफसीआई के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक दीपक कुमार का मानना है कि इस साल धान की रिकार्ड पैदावार और एमएसपी के साथ 50 रुपये प्रति क्विंटल बोनस (धान खरीद पर) दिए जाने से चावल की खरीद में बढ़ोतरी हो रही है। हमारा अनुमान है कि इस बार खरीद पिछले साल से ज्यादा हो सकती है।केंद्र ने इस साल धान की सामान्य किस्म के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 850 रुपये और अच्छी किस्म के लिए 8त्तम् रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया था, बाद में उसके ऊपर 50 रुपये के बोनस की घोषणा की थी। पिछले साल धान का एमएसपी 7भ्म् रुपये था। सबसे ज्यादा खरीद पंजाब से हुई है। पंजाब से अभी तक 120.84 लाख टन की खरीद हुई है। जबकि पिछले साल की इसी अवधि तक 71.85 लाख टन की खरीद हुई थी। दूसरी ओर हरियाणा से पिछले साल के 15 लाख टन के मुकाबले 18.18 लाख टन की खरीद हुई है। इस साल सबसे ज्यादा खरीद में बढ़ोतरी छत्तीसगढ़ से हुई है जहां अभी तक 17.98 लाख टन चावल की खरीद हो चुकी है। पिछले साल इसी अवधि तक 8.85 लाख टन की खरीद हुई थी। (Business Bhaskar)
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