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21 दिसंबर 2008

आर्थिक संकट से सोने की मांग घटी तो आयात भी गिरा

चारों ओर निराशाजनक माहौल का असर भारतीय बाजारों में सोने की बिक्री पर भी पड़ रहा है। यही कारण है कि भारत का सोने का आयात घट गया है। उधर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने में गिरावट के बाद दिल्ली सहित विभिन्न सराफा बाजारों में सोने के भाव करीब 330 रुपये घटकर 13,000 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गए। क्रूड तेल के दामों में गिरावट और डॉलर में मजबूती से भी सोने की गिरावट को बल मिल रहा है। चांदी में 450 रुपये की गिरावट आकर भाव 17400 रुपये प्रति किलो रह गए। न्यूयार्क में सोने के भाव 850 डॉलर प्रति औंस पर खुले तथा बिकवाली का दबाव होने के कारण 12 डॉलर प्रति औंस की गिरावट आकर 838 डॉलर प्रति औंस पर रह गए। 17 दिसंबर को इसके भाव 867 डॉलर प्रति औंस थे। उधर कच्चे तेल के उत्पादक देशों द्वारा कीमतों में स्थिरता लाने के लिए उत्पादन में कटौती करने के बावजूद इसके भावों में गिरावट थम नहीं रही है। शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतें 34 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गई। कच्चे तेल के पांच साल में ये न्यूनतम भाव हैं। आल इंडिया सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष एस. सी. जैन ने बताया कि घरेलू बाजार में सोने व चांदी की मांग में काफी कमी आई है।वैसे भी बाजार 13,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर जाने के बाद ग्राहकी कमजोर हो जाती है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में जब तक सुधार नहीं होगा तब तक घरेलू बाजार में सोने के भावों में स्थिरता आने के आसार न के बराबर है। बॉम्बे बुलियन मर्चेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरश हुंडिया के मुताबिक ऊंची कीमतें और मुंबई पर हुए आतंकी हमलों से सोने की मांग प्रभावित हुई है। जिसका असर सोने के आयात पर पड़ा है। उन्होंने बताया कि मौजूदा रुझान आने वाले दो-तीन सप्ताहों के दौरान भी जारी रह सकता है। हुंडिया ने बताया कि मौजूदा समय में घरलू सराफा बाजरों में सोने की मांग बेहद कम है।भारत में दिसंबर के पहले 15 दिनों के दौरान देश में करीब सात टन सोने का आयात हुआ है जबकि इस साल नवंबर के दौरान करीब 34 टन सोने का आयात हुआ था। साथ ही पिछले वर्ष दिसंबर के दौरान करीब 16 टन और नवंबर में करीब 54 टन सोने का आयात हुआ था। आमतौर पर भारत में त्यौहारों और शादियों के सीजन में सोने की मांग बढ़ जाती है। लिहाजा नवंबर से फरवरी से सोने की मांग तेज रहती है। लेकिन चालू साल के दौरान आर्थिक तंगी की वजह से सोने की मांग में कमी आई है। कारोबारियों के मुताबिक सोने की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव की वजह से भी सराफा कारोबार प्रभावित हुआ है। घरलू बाजारों में सोने की मांग अब तभी बढ़ सकेगी, जब कीमतें 12,200 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर तक नीचे आ सकें । मौजूदा समय में घरलू बाजारों में सोना करीब 13,250 रुपये प्रति दस ग्राम है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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