31 दिसंबर 2008
ट्रांजैक्शन चार्ज घटाने के NCDEX के फैसले को चुनौती
मुंबई : कमोडिटी के वायदा कारोबार के नियामक फॉरवर्ड मार्केट कमीशन (एफएमसी) ने एनसीडीईएक्स के 30 दिसंबर से एक्सचेंज ट्रांजैक्शन चार्ज घटाने के फैसले को रोक दिया है। एफएमसी के सदस्य राजीव अग्रवाल ने कहा कि कमीशन ने एक्सचेंज से इस बाबत निकाले सर्कुलर को रोकने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि एफएमसी इस मसले की जांच करेगा। एनसीडीईएक्स 29 दिसंबर के अपने सर्कुलर में ट्रांजैक्शन चार्ज में लगने वाले स्लैब आधारित सिस्टम को खत्म कर दिया था। इस सिस्टम में ट्रांजैक्शन चार्ज रोजाना के औसत टर्नओवर के हिसाब से तय होता है। इसके बजाय एक्सचेंज ने एक समान चार्ज लेने का फैसला लिया। नए सिस्टम में सुबह 10 बजे से लेकर 3.30 बजे तक सभी कमोडिटी में हुए कारोबार में तीन रुपए प्रति लाख (वैल्यू टेेडेड) का चार्ज लगाने का फैसला लिया था। उसका प्रस्ताव था कि 3.30 बजे बाद ट्रेडिंग बंद होने तक सभी कमोडिटी में होने वाले सारे टेड की कुल वैल्यू पर प्रति लाख 0.05 रुपए वसूले जाने चाहिए। एनसीडीईएक्स के इस फैसले का उसके कारोबारी प्रतिद्वंद्वी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) ने भारी विरोध किया था। एमसीएक्स के प्रवक्ता ने कहा कि उनका एक्सचेंज इस तरह के बेतुके फैसले में विश्वास नहीं करता है। उसने कहा कि सर्विस प्रोवाइडर को इस तरह की नाजायज कीमतें नहीं वसूलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एनसीडीईएक्स का यह फैसला एफएमसी के दिशा-निर्देशों का सरासर उल्लंघन है। इस प्रवक्ता ने कहा कि एमसीएक्स का बाजार के जायज तरीकों पर विश्वास है जबकि कुछ संस्थाएं प्रतिद्वन्द्विता से दूर भागती हैं। एनसीडीईएक्स के अधिकारियों ने इस मसले पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। हालांकि, ब्रोकरों ने कहा कि ट्रांजैक्शन चार्ज घटने में अभी काफी वक्त लगेगा। एनसीडीईएक्स का रोजाना का औसत टर्नओवर 2,500-3,000 रुपए करोड़ से घटकर 1,300-1,500 करोड़ रुपए रह गया है। दूसरी तरफ, एमसीएक्स का रोजाना का टर्नओवर 17,000 करोड़ रुपए है। (ET Hindi)
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