मुंबई December 19, 2008
सात महीने की रोक के बाद चना, सोया तेल, आलू और रबर में एक बार फिर वायदा कारोबार शुरू होने से उत्साहित मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) ने चना के लिए दो नए डिलिवरी सेंटर शुरू किए हैं।
कारोबारियों को एक बार फिर से चना वायदा की ओर आकर्षित करने के लिए एमसीएक्स ने चार नए संशोधित अनुंबंधो में प्रीमियम और छूट का भी सहारा लिया है। एक्सचेंज ने चना के कारोबारियों के लिए जनवरी, फरवरी, मार्च और अप्रैल के नए अनुंबध शुरू किए हैं। इन अनुबंधों की ट्रेडिंग इकाई 10 टन और टिक साइज एक रुपये रखी गई है। इन अनुबंधों में चना-दिल्ली नया सिंबल रखा गया है। एमसीएक्स के चीफ बिजनेस डिवेलपमेंट अफसर सुमेश पारसराम पुरिया ने बताया कि नए संशोधित अनुबंधों में देसी चना के लिए दिल्ली, कांटेवाले चने केलिए इंदौर को डिलिवरी सेंटर बनाया गया है।देसी चने की डिलिवरी बीकानेर और दिल्ली में भी ली जा सकती है। आयातित चने का डिलिवरी सेंटर मुंबई और नवी मुंबई में रखा गया है। उन्होंने बताया कि चना के जनवरी से मार्च तक के अनुबंधों में इंदौर के लिए 90 रुपये, बीकानेर के लिए 45 रुपये, अकोला के लिए 145 रुपये और मुंबई के लिए 125 रुपये तक की छूट दी गई है।अप्रैल और उसके बाद के अनुबंधों में छूट इंदौर के लिए 20 रुपये, बीकानेर के लिए 25 रुपये, अकोला के लिए 115 रुपये और मुंबई के लिए 100 रुपये होगा। एक्सचेंज द्वारा नवी मुंबई और अकोला में नया डिलिवरी सेंटर खोले जाने को उचित बताते हुए पल्सेस इंपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष के. सी. भरतिया ने कहा कि इसका फायदा हमारे कारोबारियों को जरूर होगा, क्योंकि दिल्ली से डिलिवरी लेकर मुंबई लाना काफी महंगा पड़ता था। ऑस्टे्रलिया से आयातित चना (जो देसी चना जैसे ही दिखता है) की डिलिवरी मुंबई में मिलने से चना के दाम में गिरावट भी आएगी। इस समय हाजिर बाजार में चने का भाव 2225 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है जबकि वायदा कारोबार में इसकी कीमत 2115 रुपये है।गौरतलब है कि महंगाई के मुद्दे पर सरकार ने मई महीने में चना, सोया तेल, आलू और रबर के वायदा कारोबार में 30 नवंबर तक के लिए रोक लगा दी थी। 30 नवंबर के बाद सरकार द्वारा रोक को आगे न बढ़ाने के बाद चार दिसंबर से एक्सचेंज में एक बार फिर से इन चारों जिंसों में वायदा कारोबार शुरू कर दिया गया। (BS Hindi)
21 दिसंबर 2008
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