26 दिसंबर 2008
निवेशक पोर्टफोलियो में हो 15 फीसदी तक सोना
प्रेसिडेंट, रेलिगेयर कमोडिटीज नई दिल्ली: भारतीय बाजार में कमोडिटी एक्सचेंज अभी शुरुआती दौर में हैं। आम निवेशक सोना और चांदी में ही निवेश कर रहा है, बाकी कमोडिटीज से आम निवेशक दूर है। लेकिन भारत में कमोडिटी निवेश का भविष्य बेहतर है। अभी लोगों को सोने और चांदी में निवेश करना चाहिए। रेलिगेयर कमोडिटीज के प्रेसिडेंट जयंत मांगलिक ने 'मंदी के मैनेजर' की हैसियत से निवेशकों को यह सलाह दी। मांगलिक ने कहा, 'भारत में आम निवेशकों के लिए कमोडिटी बाजार में सोना और चांदी ही निवेश के बेहतर विकल्प हैं। मैं सलाह दूंगा कि हर व्यक्ति को अपने पोर्टफोलियो में 5 से 15 फीसदी तक सोना रखना चाहिए। निवेश के लिहाज से गोल्ड ईटीएफ बेहतर विकल्प हैं। कमोडिटी मार्केट के प्रदर्शन को देखें तो यहां शेयर बाजार की तरह ट्रेडिंग वॉल्यूम में ज्यादा कमी नहीं आई है। कमोडिटी की ट्रेडिंग में साल भर में 15 से 17 फीसदी की कमी वॉल्यूम के हिसाब से आई है।' सोने में निवेश के बारे में मांगलिक ने सलाह दी, 'अगर अर्थव्यवस्था में तेजी आती है तो उत्पादन बढ़ने से बाकी कमोडिटी की मांग बढ़ेगी। ऐसे में सोने की कीमतें नीचे आएंगी। लेकिन अगर मंदी जारी रहती है तो सोने की मांग बढ़ेगी। ऐसे में सोने की कीमतें चढ़ेंगी और निवेश बेहतर विकल्प होगा। ' मांगलिक ने कहा, 'सोने में किसी भी रूप में निवेश करते समय ग्राहक को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह हॉलमार्क वाला सोना ले रहा है। बाकी तरह का सोना लेने में जब निवेशक बाजार में बेचने निकलता है तो कई तरह का बट्टा काट दिया जाता है। हॉलमार्क में बाजार भाव पर सोना बिक जाता है।' उन्होंने कहा कि लोगों को सोने, चांदी और कच्चे तेल जैसी कमोडिटी में ज्यादा निवेश करना चाहिए। इसकी मुख्य वजह यह है कि इन कमोडिटी का कारोबार पूरी दुनिया में होता है। इसलिए सोने, चांदी और कच्चे तेल के उतार-चढ़ाव के बारे में अपार सूचनाएं इंटरनेट और अन्य समाचार माध्यमों से आसानी से आम निवेशक को मिल जाती हैं। जितनी ज्यादा सूचनाएं उपलब्ध होंगी, निवेश करना उतना सुरक्षित होगा। कमोडिटी में निवेश को अन्य तरह के निवेश से ज्यादा आसान मानते हुए मांगलिक ने कहा, 'कमोडिटीज में कोई मोडिफिकेशन नहीं होता। इसका सीधा ताल्लुक मांग और आपूर्ति से होता है। निवेशक आसानी से समझ सकता है कि अगर निर्माण क्षेत्र में तेजी है तो सीमेंट और स्टील की कीमतें बढ़ेंगी। बाकी कमोडिटीज भी मांग और पूर्ति के सामान्य नियम का सीधे तौर पर पालन करती हैं।' (ET Hindi)
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