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15 दिसंबर 2020

निर्यातकों के साथ ही स्टॉकिस्टों की कमजोर मांग से बासमती चावल में मंदा

नई दिल्ली। निर्यातकों के साथ ही स्टॉकिस्टों की मांग कमजोर होने से सोमवार को बासमती चावल की कीमतों में क्वालिटीनुसार 50 से 200 रुपये प्रति क्विंटल तक की गिरावट दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार बीते सप्ताह पंजाब, हरियाणा के साथ ही दिल्ली की नया बाजार में बासमती चावल के दाम तेज हुए थे लेकिन बढ़े भाव में मांग टिक नहीं पाई। हालांकि चालू वित्त ​वर्ष 2020-21 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान बासमती चावल के निर्यात में 33 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है, ऐसे में माना जा रहा है कि आगे निर्यातकों की मांग में फिर सुधार आने की उम्मीद है।
नया बाजार के व्यापारियों ने बताया कि बढ़े भाव में निर्यातकों के साथ ही स्टॉकिस्टों की मांग स्थिर नहीं रह पाई, जिस कारण आज भाव में 50 से 200 रुपये प्रति क्विंटल तक की गिरावट दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि चालू महीने में उत्पादक मंडियों में धान की आवक अच्छी रहेगी, जबकि अगले से आवकों में कमी आने का अनुमान है। इसलिए चालू महीने में बासमती चावल की कीमतों में भी सीमित तेजी, मंदी ही संभावना है।

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