नई दिल्ली। चावल मिलों की मांग बढ़ने के साथ ही उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक कम होने से शुक्रवार को बासमती धान की कीमतों में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार किसानों का आंदोलन शुक्रवार को भी जारी रहने से पंजाब, हरियाणा के साथ ही दिल्ली की नरेला मंडी में धान की आवकों में भारी कमी आई।
दिल्ली की नरेला मंडी में शुक्रवार को धान की आवक मात्र 1,000 से 1,200 हजार बोरियों की हुई जबकि पूसा 1,121 के दाम 100 रुपये बढ़कर 2675-2950 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। मंडी के धान व्यापारी पंकज कुमार ने बताया कि किसानों के आंदोलन के कारण रोड़ बंद हैं, जिस कारण स्थानीय किसान ही धान लेकर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि मंडी में धान की ज्यातर आवक पड़ौसी राज्यों खासकर के हरियाणा और उत्तर प्रदेश से होती है।
हरियाणा की करनाल मंडी में शुक्रवार को धान की आवक 12 से 15 हजार बोरियों की हुई जबकि पूसा 1,121 और 1,718 धान के भाव में 100-100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी देखी गई। व्यापारियों के अनुसार मिलों की मांग अच्छी बनी हुई है, इसलिए धान के भाव में और भी सुधार बन सकता है।
04 दिसंबर 2020
मिलों की मांग बढ़ने के साथ ही दैनिक आवक कम होने से धान तेज
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