नई दिल्ली। चीनी मिलों में जल्द पेराई शुरू होने से चालू पेराई सीजन 2020-21 के पहले दो महीनों पहली अक्टूबर से 30 नवंबर 2020 तक चीनी का उत्पादन 107.04 फीसदी बढ़कर 42.90 लाख टन को हो चुका है जबकि पिछले सीजन में इस दौरान केवल 20.72 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन में 408 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी है जबकि पिछले पेराई सीजन में इस समय तक केवल 309 मिलों में ही पेराई आरंभ हो पाई थी। उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 111 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी है तथा 30 नवंबर तक राज्य में 12.65 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में 11.46 लाख टन का ही उत्पादन हुआ था।
महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में 30 नवंबर 2020 तक 15.72 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 1.38 लाख टन का ही उत्पादन हुआ था। राज्य में चालू पेराई सीजन में 158 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी है जबकि पिछले पेराई सीजन में इस समय तक केवल 71 मिलों में ही पेराई आरंभ हो पाई थी। कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में 30 नवंबर तक 11.11 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में केवल 5.62 मिलों में ही पेराई आरंभ हो पाई थी।
गुजरात में चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन 1.65 लाख टन का तथा अन्य राज्यों में 1.77 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में गुजरात में केवल 62 हजार टन और अन्य राज्यों में 1.64 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था।
इस्मा के अनुसार चीनी की कीमतों में गिरावट आई है, तथा प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र और कर्नाटक में चीनी के एक्स फैक्ट्री दाम घटकर 3,200 से 3,250 रुपये प्रति क्विंटल रह गए है। चालू पेराई सीजन में चीनी की कुल उपलब्धता मांग की तुलना में ज्यादा बैठेगी, जबकि अभी तक केंद्र सरकार ने चीनी के निर्यात एवं बफर स्टॉक पर सब्सिडी के अलावा चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य, एमएसपी में बढ़ोतरी पर कोई फैसला नहीं किया है, जिस कारण कीमतों पर दबाव बना हुआ है।
02 दिसंबर 2020
चालू पेराई सीजन के पहले दो महीने में चीनी का उत्पादन 107 फीसदी बढ़ा
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