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18 दिसंबर 2020

दाल मिलों की कमजोर मांग से दिल्ली में अरहर और उड़द में गिरावट

नई दिल्ली। स्थानीय मिलों की मांग कमजोर होने के कारण शुक्रवार को दिल्ली के नया बाजार में अरहर और उड़द की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।
दाल मिलों की कमजोर मांग से हाजिर बाजार में पुरानी अरहर की कीमतों में 50 रुपये की गिरावट आकर भाव 5,550 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, जबकि इस दौरान नई अरहर की कीमतें दिल्ली में 5,650 से 5,700 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही। दूसरी ओर चेन्नई से दिसंबर डिलीवरी के लिए लेमन अरहर की कीमतों में 75 रुपये का मंदा आकर भाव 5550 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
आयात बढ़ने के साथ ही उत्पादक राज्यों की मंडियों में नई फसल की आवक बढ़ने से कीमतों पर दबाव बना। नेफेड लगातार अरहर नीचे दाम पर बेच रही हैए जिससे अरहर के हाजिर बाजार में अरहर की कीमतों पर दबाव और बढ़ा है।
बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतों में 50 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमशः 7400 रुपये और 8500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। चेन्नई और मुंबई में अरहर की कीमतों में आई गिरावट का असर दिल्ली में देखा गया।

हाजिर बाजार में आयातित स्टॉक कम होने के बावजूद भी दाल मिलों की मांग कमजोर होने से शुक्रवार को मुंबई, दिल्ली और चेन्नई में बर्मा उड़द की कीमतों में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई।

दूसरी ओर, दाल मिलों की सीमित खरीद के साथ ही आवक ज्यादा होने से प्रमुख बाजारों में क्वालिटीनुसार नई देसी उड़द की कीमतों में मिलाजुला रुख रहा। 

दाल मिलों की मांग कमजोर होन से शुक्रवार को मुंबई, कोलकाता, हजीरा, मुंद्रा और कांडला बंदरगाह के साथ ही मुंबई और कोलकाता के बाजारों में ऑस्ट्रेलिया के साथ कनाडा की क्रिमसन मसूर के भाव स्थिर बने रहे।

दूसरी ओर,  उत्तर प्रदेश के प्रमुख बाजार में स्थानीय मिलों की सीमित मांग से देसी मसूर की कीमतों में 25 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 28 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई, जबकि मार्च वायदा अनुबंध में इसके भाव 33 रुपये नरम रहे।

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