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28 दिसंबर 2020

दिल्ली में अरहर, उड़द और एमपी की मसूर में मंदा, कनाडा की मसूर सुधरी

नई दिल्ली। स्थानीय मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से सोमवार को बर्मा की अरहर और उड़द के साथ ही मध्य प्रदेश लाईन की मसूर की कीमतों में दिल्ली के नया बाजार में गिरावट दर्ज की गई, जबकि कनाडा की मसूर में तेजी आई। सस्ती मसूर का आयात 31 दिसंबर तक होना है, ऐसे में व्यापारियों की नजर सरकार 31 दिसंबर के बाद क्या फैसला करती है, इस पर लगी हुई है।

स्थानीय मिलों की मांग कमजोर होने से बर्मा की पुरानी और नई अरहर की कीमतें क्रमश: 5,700 रुपये और 5,800 से 5,850 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही। दूसरी ओर चेन्नई से जनवरी डिलीवरी के लिए लेमन अरहर की कीमतें 25 रुपये घटकर 5,550-5,575 रुपये प्रति क्विंटल रह गई।

सस्ती अरहर के आयात के साथ ही घरेलू मंडियों में नई फसल की आवक लगातार बढ़ रही है, जबकि केंद सरकार भी अरहर की बिकवाली कर रही है। इसलिए कीमतों पर दबाव बना हुआ है। अरहर के आयात की समय सीमा 31 दिसंबर 2020 को समाप्त हो रही है, ऐसे में व्यापारियों की नजर आगे केंद्र सरकार के फैसले पर लगी हुई है।  

बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतों में 50 से 100 रुपये की गिरावट आकर भाव दिल्ली में क्रमशः 7,200 से 7,250 प्रति क्विंटल और 8,150 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। हाजिर में आयातित उड़द का स्टॉक कम है, लेकिन मिलों की मांग भी कमजोर होने से भाव में मंदा आया।

मिलों की हाजिर मांग से कनाड़ा की मसूर की कीमतों में आज दिल्ली में 25 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आया, लेकिन मध्य प्रदेश लाईन की मसूर के दाम 25 रुपये प्रति क्विंटल तक घट गए। केंद्र सरकार ने अगर 10 फीसदी आयात शुल्क पर मसूर के आयात की समय सीमा को नहीं बढ़ाया तो फिर हल्का सुधार बन सकता है।

दिल्ली में राजस्थानी चना के भाव 4,550 से 4,575 रुपये और मध्य प्रदेश के चना के दाम 4,525 से 4,550 रुपये प्रति क्विंटल रहे।

मूसर के भाव दिल्ली में 5,450 से 5,475 रुपये प्रति क्विंटल रहे।

मूंग के दाम दिल्ली में 6,500 से 7,700 रुपये प्रति क्विंटल बोले  गए।

नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) पर जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 59 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई, जबकि मार्च वायदा अनुबंध में इसके भाव 53 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आया।

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