नई दिल्ली। चावल मिलों के साथ ही स्टॉकिस्टों की ग्राहकी कमजोर होने से बुधवार को पंजाब और हरियाणा की मंडियों में धान के दाम 75 से 100 रुपये प्रति क्विंटल तक घट गए। जानकारों के अनुसार चावल मिलें सीमित मात्रा में ही खरीद कर रही है, हालांकि उत्पादक मंडियों में पहले की तुलना में धान की आवक कम हो गई है, इसलिए ज्यादा मंदा आने की उम्मीद नहीं है।
हरियाणा की करनाल मंडी में बुधवार को धान की आवक पांच से सात हजार क्विंटल की हुई तथा पूसा 1,121 बासमती धान के भाव में 100 रुपये का मंदा आकर भाव 2850 से 3100 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। मंडी के धान कारोबारी सुमित बंसल ने बताया की कोरोना वायरस के केस कई देशों में बढ़ने से बासमती चावल की निर्यात मांग प्रभावित होने का डर है, इसलिए चावल मिलों की मांग में कमी आई है। हालांकि उत्पादक मंडियों में धान की आवक भी पहले की तुलना में कम हो गई है, इसलिए मौजूदा भाव में हल्की गिरावट तो आ सकती है, लेकिन ज्यादा मंदा आने की उम्मीद नहीं है।
भारतीय खाद्य निगम, एफसीआई धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 431.14 लाख टन धान की खरीद कर चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 23.16 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल की समान अवधि में 350.04 लाख टन धान की खरीद ही हुई थी। अभी तक हुई कुल खरीद में पंजाब की हिस्सेदारी 202.77 लाख टन की है, जोकि कुल खरीद का 47.03 फीसदी है।
23 दिसंबर 2020
चावल मिलों की कमजोर ग्राहकी से बासमती धान में 75 से 100 रुपये की गिरावट
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