कुल पेज दृश्य

18 दिसंबर 2020

गेहूं के साथ ही दलहन एवं तिलहन की बुआई बढ़ी, मोटे अनाजों की पिछड़ी

नई दिल्ली। चालू रबी सीजन में गेहूं के साथ ही दलहन एवं तिलहन की बुआई आगे चल रही है जबकि मोटे अनाजों की बुआई पिछे रही है। रबी फसलों की कुल बुआई बढ़कर 564.56 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 539.15 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी।
कृषि मंत्रालय के अनुसार रबी की प्रमुख फसल गेहूं की बुआई चालू रबी में बढ़कर 294.01 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 278.65 लाख हेक्टेयर से आगे है। इसी तरह से दालों की बुआई बढ़कर चालू रबी में 140.89 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 132.09 लाख हेक्टेयर में ही दालों की बुआई हुई थी। रबी दलहन की प्रमुख फसल चना की बुआई 97.99 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 88.99 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। अन्य दालों में मसूर की बुआई 15.31 लाख हेक्टेयर में, मटर की 9.78 लाख हेक्टेयर में और उड़द की 4.51 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले रबी सीजन की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमशः 14.62 लाख हेक्टेयर में, 10.04 लाख हेक्टेयर और 4.68 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।
सरसों की बुआई आगे, मूंगफली और अलसी की कम
तिलहनी फसलों की बुआई चालू रबी में बढ़कर 76.99 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई केवल 72.48 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई थी। रबी तिलहन की प्रमुख फसल सरसों की बुआई बढ़कर चालू रबी में 69.94 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुआई केवल 64.52 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। मूंगफली की बुआई 3.08 लाख हेक्टेयर में और अलसी की 2.29 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक क्रमशः 3.36 और 2.71 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी।
मोटे अनाजों में ज्वार के साथ ही मक्का और जौ की बुआई पिछे
मोटे अनाजों की बुआई चालू रबी सीजन में घटकर 41.28 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 43.48 लाख हेक्टेयर में ही चुकी थी। मोटे अनाजों में ज्वार की बुआई 23.89 लाख हेक्टयेर में ही हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 25.08 लाख हेक्टेयर से कम है। मक्का की बुआई 10.44 लाख हेक्टेयर में और जौ की बुआई चालू रबी में 6.39 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई क्रमशः 11.09 और 6.82 लाख हेक्टेयर में हुई थी। धान की रोपाई चालू रबी में पिछले साल के 12.46 लाख हेक्टेयर की तुलना में अभी तक केवल 11.39 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है।

कोई टिप्पणी नहीं: