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01 दिसंबर 2020

दिल्ली में अरहर, उड़द और मसूर में नरमी, बर्मा से 200 कंटेनर अरहर के सौदे

नई दिल्ली। दाल मिलों की मांग कमजोर होने से मंगलवार को दिल्ली में अरहर और उड़द के साथ ही मसूर के अगाऊ सौदों में नरमी दर्ज की गई। विदेश से आयातित अरहर आने के कारण हाजिर में दिल्ली में अरहर पुरानी और नई की कीमतों में 100 रुपये का मंदा आकर भाव क्रमश: 6,100 और 6,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। दूसरे तरफ आगे के सौदों में, चेन्नई से दिसंबर डिलीवरी के लिए अरहर के भाव 50 रुपये का मंदा आकर भाव 5,800 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
बर्मा उड़द एफएक्यू/एसक्यू में दाल मिलों की कमजोर मांग से दिल्ली में भाव 50 रुपये प्रति क्विंटल घट गए, क्योंकि उड़द दाल में ग्राहकी कमजोर रही, जबकि चेन्नई में भी इसके भाव में नरमी आने का असर रहा।
आयातित माल ज्यादा होने से कनाडा और मध्यप्रदेश लाइन की मसूर के भाव में दिल्ली में 25 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई।

भारतीय आयातकों की मांग से बर्मा में लेमन अरहर की कीमतों में मंगलवार को तेजी दर्ज की गई। दूसरी ओर, राजमा के साथ ही उड़द एफएक्यू/एसक्यू में स्थानीय और विदेशों की कमजोर मांग से नरमी दर्ज की गई। हालांकि जनवरी में बर्मा में नई राजमा की फसल की शुरू होने की संभावना है।
भारतीय खरीदारों ने आज अरहर का 200 कंटेनरों का व्यापार 660 से 700 डॉलर प्रति टन एफओबी के आधार पर किया, इसकी डिलवरी 31 दिसंबर से पहले होनी है।
बर्मा में नई अरहर की फसल की आवक जल्द शुरू होने की उम्मीद है तथा नई फसल का उत्पादन लगभग 3 लाख टन होने की उम्मीद है जबकि बकाया स्टॉक लगभग 1 लाख टन बचा हुआ है।
नई उड़द की फसल की आवक जनवरी से शुरू होने की संभावना है तथा बर्मा में उड़द का बकाया स्टॉक करीब 1.5-2 लाख टन बचने की उम्मीद है।

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