नई दिल्ली। स्टॉकिस्टों की नीचे दाम में खरीद बढ़ने के साथ ही मंडियों में आवक कम होने से सोमवार को बासमती धान की कीमतों में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार बीते सप्ताह में धान के भाव में 250 से 300 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आया था, लेकिन नीचे दाम पर स्टॉकिस्टों के साथ ही किसानों की बिकवाली कम हो गई, जिससे मंडियों में दैनिक आवक भी कम हो गई।
हरियाणा की करनाल मंडी में सोमवार को धान की आवक पांच से छह हजार बोरियों की ही हुई जबकि जिले की सभी मंडियों में कुल आवक घटकर 22 से 25 हजार बोरियों की ही रह गई, जबकि बीते सप्ताह के आरंभ में आवक 70 से 80 बोरियों की हो रही थी। मंडी में सोमवार को पूसा 1,121 धान की कीमतों में 100 रुपये की तेजी आकर भाव 2950-3200 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। व्यापारियों के अनुसार नीचे दाम पर स्टॉकिस्टों के साथ ही किसानों की बिकवाली कम हो गई है, जिससे भाव में सुधार आया है। हालांकि उन्होंने माना कि अभी उत्पादक राज्यों में धान का बकाया स्टॉक अच्छा है, तथा किसानों का आंदोलन समाप्त होने के बाद फिर से आवकों में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। मंडी में ट्रेडिशनल बासमती धान के भाव में आज 50 रुपये की तेजी आकर भाव 4,550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
भारतीय खाद्य निगम, एफसीआई धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 415.37 लाख टन धान की खरीद कर चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 21.56 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल की समान अवधि में 341.68 लाख टन धान की खरीद ही हुई थी। अभी तक हुई कुल खरीद में पंजाब की हिस्सेदारी 202.77 लाख टन की हैए जोकि कुल खरीद का 48.81 फीसदी है। हरियाणा से धान की एमएसपी पर हुई कुल खरीद में हिस्सेदारी 13.5 फीसदी है।
21 दिसंबर 2020
स्टॉकिस्टों की मांग से बासमती धान 100 रुपये तक तेज, सरकारी खरीद 415 लाख टन केे पार
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