आर एस राणा
नई दिल्ली। मसाला निर्माताओं के साथ ही निर्यातकों की मांग बढ़ने से हल्दी की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। त्यौहारी सीजन को देखते हुए हल्दी में खपत राज्यों की अच्छी मांग बनी हुई है जबकि उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक आफ सीजन होने के कारण कम है। इसलिए आगामी दिनों में घरेलू मसाला कंपनियों के साथ ही निर्यातकों की मांग बढ़ने से भाव में और सुधार आने का अनुमान है। निजामाबाद मंडी में हल्दी के भाव 8,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 500 बोरी की हुई। इंरोड़ मंडी में हल्दी क भाव 7,700 रुपये, नानंदेड़ मंडी में 8,000 से 8,700 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
चालू सीजन में हल्दी की पैदावार तो पिछले साल से कम हुई थी, लेकिन नई फसल की आवक के समय उत्पादक मंडियों में हल्दी का पिछले साल का बकाया स्टॉक ज्यादा बचा हुआ था इसलिए हल्दी की कुल उपलब्धता तो देष में सालाना खपत से ज्यादा ही थी लेकिन अच्छी क्वालिटी का स्टॉक कम था।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में हल्दी का भाव 3.31 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका भाव 3.53 डॉलर प्रति किलो था। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान हल्दी के निर्यात में 8 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 24,500 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 22,699 टन का ही हुआ था। वित वर्ष 2014-15 के दौरान हल्दी का निर्यात बढ़कर 86,000 टन का हुआ है जबकि वित वर्ष 2013-14 में इसका निर्यात 77,500 टन का हुआ था।
एगमार्क नेट के अनुसार आंध्रप्रदेष की डुग्गीराला मंडी में फिगंर क्वालिटी की हल्दी के भाव 5,100 से 7,775 रुपये प्रति क्विंटल रहे जबकि बल्ब क्वालिटी की हल्दी के भाव 6,751 से 8,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 13.8 टन की हुई। कर्नाटका की मंडियों में हल्दी के भाव 6,500 से 7,500 रुपये क्विंटल रहे। तेलंगाना की मंडियों में हल्दी के भाव 6,600 से 7,600 रुपये प्रति क्विंटल रहे।.....आर एस राणा
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