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02 अक्टूबर 2015

धान के स्टॉकिस्टों को चालू सीजन में होगा फायदा, बासमती और गैर-बासमती चावल के निर्यात में 10 फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद।


आर एस राणा
नई दिल्ली। एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले दो महीनों अप्रैल से मई में देष से बासमती और गैर-बासमती चावल के निर्यात में बढ़ोतरी हुई। अप्रैल-मई में देष से 7.8 लाख टन बासमती और 10.48 लाख टन गैर-बासमती चावल का निर्यात हुआ है। वित्त वर्ष 2014-15 के पहले दो महीनों अप्रैल-मई के दौरान देष से 6.21 लाख टन बासमती और 9.29 लाख टन गैर-बासमती चावल का निर्यात हुआ था। चालू वित्त वर्ष में देष से बासमती और गैर बासमती चावल के कुल निर्यात में वित्त वर्ष 2014-15 के मुकाबले 8 से 10 फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान मूल्य के हिसाब से बासमती चावल के निर्यात में 18.40 फीसदी की कमी आई है। इस दौरान 9,939.64 करोड़ रुपये मूल्य का बासमती चावल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 12,180.37 करोड़ रुपये का बासमती चावल का निर्यात हुआ था। देष से गैर-बासमती चावल के निर्यात में इस दौरान 1.83 फीसदी की कमी आकर कुल 6,755.43 करोड़ रुपये मूल्य का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 6,881.30 करोड़ रुपये मूल्य का गैर-बासमती चावल का निर्यात हुआ था। मूल्य के हिसाब से गैर-बासमती और बासमती चावल के निर्यात में आई कमी की प्रमुख वजह घरेलू मंडियों मंे चावल की कीमतें पिछले साल की तुलना में कम होना है।

खरीफ धान की दैनिक आवक पंजाब और हरियाणा की मंडियों में षुरु हो गई है। उत्तर प्रदेष नए धान की दैनिक आवक चालू महीने के मध्य तक बनेगी। पंजाब और हरियाणा में भी धान की दैनिक आवक चालू महीने के मध्य तक बढ़ जायेगी। हालांकि पिछले साल की तुलना में उत्पादक मंडियों में धान की कीमतें कम है। इस समय धान की नई फसल में नमी की मात्रा 15 से 20 फीसदी की आ रही है। ऐसे में किसान धान की फसल को पूरी तरह से सूखाकर मंडी में लायेंगे तो उनको अपनी उपज का सही मूल्य मिल सकेगा।
केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2015-16 के लिए कॉमन ग्रेड धान का एमएसपी 1,410 रुपये और ग्रेड ए धान का एमएसपी 1,450 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। केंद्र सरकार ने चालू खरीफ विपणन सीजन 2015-16 में 300 लाख टन चावल की खरीद का लक्ष्य तय किया है।
पंजाब और हरियाणा की उत्पादक मंडियों में इस समय मंडियों में पूसा 1,509 बासमती धान की आवक ज्यादा हो रही है तथा पूसा-1,121 की आवक कम है। आगामी दिनों में मंडियों में पूसा 1,121 बासमती धान के साथ ही परमल, डीपी बासमती और सुगंध धान की आवक बढ़ेगी।
हरियाणा की मंडियों में धान की कीमतें 1,350 से 1,557 रुपये प्रति क्विंटल क्वालिटीनुसार रही जबकि पंजाब की मंडियों में1,285 से 1,450 रुपये, तेलंगाना की मंडियों में 1,200 1,400 रुपये तथा तमिलनाडु की मडियों में 1,410 से 1,600 रुपये और उड़ीसा की मंडियों में 1,410 से 1,500 रुपये प्रति क्विंटल चल रही हैं।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ 2015-16 में धान की बुवाई बढ़कर 374.09 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 373.86 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी।
मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ सीजन 2015-16 में 906.1 लाख टन चावल की पैदावार होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 880.2 लाख टन का उत्पादन हुआ था।
हरियाणा की अंबाला सिटी मंडी में धान का भाव 1,450 रुपये प्रति क्विंटल रहा तथा दैनिक आवक 6,152.8 टन की हुई। राज्य की सफीदों मंडी में धान का भाव 1,350 से 1,557 रुपये प्रति क्विंटल रहा तथा दैनिक आवक 335 टन की हुई। पंजाब की साहकोट मंडी में धान का भाव 1,450 रुपये प्रति क्विंटल रहा तथा दैनिक आवक 394.1 टन की हुई। राज्य की अजनाला मंडी में धान के भाव 1,285 से 1,365 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा दैनिक आवक 281 टन की हुई।......आर एस राणा

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