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10 अक्टूबर 2015

पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग घटने से मक्का में गिरावट


आर एस राणा
नई दिल्ली। सप्ताह के अंत में प्रमुख उत्पादक राज्यों उत्तर प्रदेष, आंधप्र्रदेष, महाराष्ट्र और कर्नाटका की मंडियों में खरीफ मक्का की दैनिक आवक बढ़ने से सप्ताह के आखिर में इसकी कीमतों में नरमी देखी गई। आगामी दिनों में इन राज्यों में मक्का की दैनिक आवक और बढ़ेगी ही, साथ ही महाराष्ट्र और मध्य प्रदेष तथा राजस्थान में भी आवक बढ़ जायेगी, जिससे भाव में और नरमी आने की संभावना है। दिल्ली में मक्का के भाव 1,450 रुपये, निजामाबाद मंडी में 1,500 से 1,550 रुपये, दावणगिरी 1,490 रुपये और बिहार की गुलाबबाग मंडी में 1,375 से 1,420 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
हालांकि यह सही है कि खरीफ मक्का उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्रप्रदेष और कर्नाटका में अगस्त से सितंबर के मध्य तक बारिष सामान्य से काफी कम हुई जिसका असर मक्का की उत्पादकता पर पड़ने की आषंका है। चालू खरीफ में मक्का की बुवाई पिछले साल की तुलना में बढ़ी है लेकिन कुल पैदावार कम होने का अनुमान है। ऐसे में किसान मंडियों में भाव पर नजर बनाए रखें तथा अच्छा भाव मिलने पर बिकवाली करें, विष्व बाजार में मक्का के दाम नीचे है इसलिए देष मक्का का निर्यात भी सीमित मात्रा में ही हो रहा है। अमेरिका की मक्का के दाम विष्व बाजार में काफी कम है तथा बंगलादेष भी अमेरिका से मक्का की खरीद कर रहा है।
सर्दियों का सीजन षुरु होने के बाद मक्का की खपत मूर्गी दाना कंपनियों के साथ ही स्टार्च कंपनियों में भी बढ़ जायेगी। ऐसे में अक्टूबर और मध्य नवंबर तक दैनिक आवक ज्यादा होगी जिससे मक्का की कीमतों में नरमी की ही संभावना है।
केंद्र सरकार ने चालू खरीफ विपणन सीजन 2015-16 के लिए मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि एमएसपी 1,325 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में मक्का की बुवाई बढ़कर 73.79 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 73.30 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2015-16 में खरीफ सीजन में मक्का पैदावार घटकर 155.1 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 160.3 लाख टन की हुई थी। .......आर एस राणा

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