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08 अक्तूबर 2015

मध्य प्रदेष में लालमिर्च की नई फसल की आवक होने से भाव घटे


आर एस राणा
नई दिल्ली। उंचे भाव में मसाला कंपनियों की मांग कम होने से लालमिर्च की कीमतों में गिरावट देखी गई। सप्ताहभर में उत्पादक मंडियों में इसकी कीमतों में 400 से 500 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। आंध्रप्रदेष की गुंटूर मंडी में लालमिर्च के भाव 7,100 से 10,500 रुपये प्रति क्विंटल क्वालिटीनुसार रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 88 टन की हुई।
मध्य प्रदेष की लालमिर्च की नई फसल की षुरु हो गई है तथा आगामी दिनों में दैनिक आवक और बढ़ेगी। हालांकि मध्य प्रदेष में लालमिर्च की पैदावार पिछले साल की तुलना में कुछ कम होने की आष्ंाका है, ऐसे में लालमिर्च की कीमतों में फिर सुधार आने का अनुमान है। आंध्रप्रदेष की प्रमुख उत्पादक मंडियों में लालमिर्च की दैनिक आवक भी पहले की तुलना कम हो गई है तथा आगामी दिनों में निर्यात मांग बढ़ने का अनुमान है।
उद्योग का मानना है कि लालमिर्च की पैदावार तो पिछले साल के लगभग बराबर ही होने का अनुमान है लेकिन वित वर्ष 2015-16 में देष से लालमिर्च के निर्यात में बढ़ोतरी होने का अनुमान है। विदेषी बाजार में भारतीय लालमिर्च के भाव बढ़कर 2.91 डॉलर प्रति किलो हो गए जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसके भाव 2.56 डॉलर प्रति किलो थे।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार वित वर्ष 2015-16 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान लालमिर्च के निर्यात में 4 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 81,000 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 77,720 टन का हुआ था। वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान देष से लालमिर्च का कुल निर्यात बढ़कर 3,71,710 टन का हुआ था जबकि वित वर्ष 2013-14 में 3,12,500 टन लालमिर्च का निर्यात हुआ था।.......आर एस राणा

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